नरसिंहपुर व छिंदवाड़ा में बेचते थे विक्टोरिया से मिले रेमडेसिविर अनुदान प्राप्त इंजेक्शनों की कालाबाजारी, एसटीएफ की जाँच में खुलासा

नरसिंहपुर व छिंदवाड़ा में बेचते थे विक्टोरिया से मिले रेमडेसिविर अनुदान प्राप्त इंजेक्शनों की कालाबाजारी, एसटीएफ की जाँच में खुलासा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-28 10:14 GMT
नरसिंहपुर व छिंदवाड़ा में बेचते थे विक्टोरिया से मिले रेमडेसिविर अनुदान प्राप्त इंजेक्शनों की कालाबाजारी, एसटीएफ की जाँच में खुलासा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । जिला अस्पताल विक्टोरिया से अनुदान में प्राप्त रेमडेसिविर इंजेक्शनों को लेकर उन्हें नरसिंहपुर एवं छिंदवाड़ा में बेचने का खुलासा एसटीएफ की जाँच में हुआ है। एसटीएफ के अनुसार मेडिकल कॉलेज एवं विक्टोरिया अस्पताल के कर्मचारी साठगाँठ कर मरीजों के नाम पर अनुदान प्राप्त इंजेक्शन ले लेते थे।  बाद में यही रेमडेसिविर वे अन्य जिलों में 20 से 25 हजार रुपए में बेच दिया करते  थे।  पुलिस ने दो आरोपियों को िगरफ्तार भी किया है।  अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) वीके माहेश्वरी एवं पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नीरज सोनी द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शनों  की कालाबाजारी के अंतर्गत कार्रवाई करने के लिए निर्देशित  किया गया था। इसी के तहत बीते 20 अप्रैल को 4 रेमडेसिविर इंजेक्शनों के साथ 5 आरोपियों को हिरासत में लिया गया था। 2 जून को फूटाताल बेलबाग निवासी संगीता पटेल को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसने कई खुलासे किए थे।
सील लगीं पर्चियाँ चुरा लेता  था कम्प्यूटर ऑपरेटर
पुलिस जाँच में यह बात पता चली  कि मेडिकल कॉलेज में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत अरुण उर्फ राहुल विश्वकर्मा खाली ओपीडी से सील लगी हुईं पर्चियाँ चुरा लेता था। इसके बाद यहाँ इलाजरत मरीजों के आधार कार्ड भी ले लेता था। सुधीर सोनी के साथ मिलकर राहुल इन खाली ओपीडी पर्चियों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की फर्जी डिमांड भरता था। डॉक्टर के फर्जी हस्ताक्षर कर विक्टोरिया अस्पताल से अनुदान में मिलने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन हासिल कर लेते थे। 
लेता था 3 हजार रुपए प्रति रेमडेसिविर
पुलिस के अनुसार विक्टोरिया अस्पताल में इनकी मदद जतिन सेन उर्फ राहुल सेन द्वारा की जाती थी। इतना ही नहीं इन इंजेक्शनों को विक्टोरिया अस्पताल से निकलवाने में यहाँ कार्यरत एक चिकित्सक का ड्राइवर आनंद पटेल उनका सहयोग करता था, जो कि 3 हजार रुपए प्रति इंजेक्शन लेकर उन्हें यह इंजेक्शन उपलब्ध करवाता था। जाँच के दौरान उसके पास से भी कुछ फर्जी ओपीडी पर्चियाँ एवं आधार कार्ड बरामद िकए गए हैं। जिनका उपयोग विक्टोरिया अस्पताल से इंजेक्शन निकलवाने में नहीं किया गया था। जाँच में अब तक 8 रेमडेसिविर इंजेक्शन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आनंद पटेल द्वारा विक्टोरिया अस्पताल से निकलवाना पाया गया है। इसके अलावा और भी रेमडेसिविर फर्जी तरीके से निकले हैं जिनके संबंध में उक्त तिथि को यहाँ से वितरित हुए इंजेक्शनों से संबंिधत समस्त दस्तावेजों को जब्त कर जाँच की जा रही है। इस तरह 26 जून को एसटीएफ ने संजीवनी नगर थानांतर्गत पुरवा निवासी 21 वर्षीय राहुल सेन उर्फ जतिन सेन एवं हाउबाग स्टेशन रोड निवासी 28 वर्षीय आनंद पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। 
 

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