फिलहाल भाजपाई नहीं बने विखे पाटील, मोदी की रैली में पार्टी में शामिल होने की थी अटकलें
फिलहाल भाजपाई नहीं बने विखे पाटील, मोदी की रैली में पार्टी में शामिल होने की थी अटकलें
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल शुक्रवार को अहमदनगर में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली से दूर ही रहे। इस सीट पर पाटिल का बेटा डा सुजय विखे पाटील भाजपा उम्मीदवार है। पिछले कई दिनों से इस बात की अटकल जोरों पर थी कि महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विखे पाटिल बेटे की राह पर चलते हुए भाजपा में शामिल होंगे और अहमद नगर में आयोजित इस रैली में वह मोदी के साथ मंच साझा करेंगे । इस बारे में विखे पाटिल की तरफ से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उनके करीबी लोगों का कहना है कि फिलहाल वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अहमदनगर में मोदी की रैली आयोजित करने में राधाकृष्ण विखे पाटिल की कोई भूमिका नहीं है। सुजय विखे खुद अपना चुनाव लड़ने के काबिल हैं। इस सीट पर 23 अप्रैल को मतदान होगा ।
विपक्षी नेता के करीबी सहयोगी ने कहा कि डॉ सुजय पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन राजनीति में वह नये नहीं हैं। पिछले सात आठ वर्षों से वह अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र शिरडी का प्रबंधन करते आ रहे हैं । उन्होंने कहा कि अहमदनगर जिला परिषद में कांग्रेस को सबसे बड़ी पार्टी बनाने में सुजय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्हें अपने लोकसभा चुनाव के प्रबंधन के लिए अपने पिता की आवश्यकता नहीं है। यह सही नहीं है कि मोदी की रैली आयोजित करने में विखे पाटिल की भूमिका है ।
राधाकृष्ण विखे पाटिल पहले ही कह चुके हैं कि वह अहमदनगर में राकांपा उम्मीदवार के लिए कोई प्रचार नहीं करेंगे। इस बीच राकांपा ने दावा किया कि विखे पाटिल अहमदनगर में भाजपा के लिए प्रचार कर रहे हैं और कांग्रेस से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 42 और राकांपा के 41 सदस्य हैं। विपक्ष के नेता के खिलाफ किसी भी प्रकार की अनुशासनात्मक कार्रवाई का मतलब है कि कांग्रेस विधानसभा में नेता विपक्ष का पद खो देगी ।