ग्लोबल टीचर डिसले के विदेश का जाने का रास्ता साफ, शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप के बाद मिली राहत

जानिए क्या है मामला ग्लोबल टीचर डिसले के विदेश का जाने का रास्ता साफ, शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप के बाद मिली राहत

Tejinder Singh
Update: 2022-01-22 13:13 GMT
ग्लोबल टीचर डिसले के विदेश का जाने का रास्ता साफ, शिक्षामंत्री के हस्तक्षेप के बाद मिली राहत

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अंतराष्ट्रीय ग्लोबल टीचर पुरस्कार से चर्चा में आए रणजीत सिंह डिसले ने सोलापुर के शिक्षाधिकारी के आरोपों पर दुख जताया है। डा किरण लोहर शिक्षा अधिकारी ने डिसले ने अपने स्कूल से लंबे समय से गायब रहने का आरोप लगाया है। डिसले सालोपुर जिला परिषद के प्राथमिक विद्यालय में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं। इस बीच राज्य की स्कूली शिक्षामंत्री वर्षा गायकवाड ने कहा कि डिसले को स्कालरशिप के लिए अमेरिका जाने के लिए अनुमति देने जिला परिषद के मुख्यकार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिया है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी कहा है कि डिसले गुरुजी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। 

सोलापुर के शिक्षाधिकारी लोहार ने आरोप लगाया है कि डिसले गुरु जो को 2017 में प्रतिनियुक्ति पर जिला शिक्षण व प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में भेजा गया था। पर वहां से रिपोर्ट मिली है कि वे ड्यूटी से गायब रहे हैं। इसके पहले डिसले गुरुजी ने अमेरिका से पीएचडी करने के लिए जिला परिषद से लंबी छुट्टी की मांग की थी। पर शिक्षाधिकारी डा लोहर ने यह कहते हुए लंबी छुट्टी देने स इंकार कर दिया कि आप की पढ़ाई से अध्यापन का कार्य प्रभावित होगा। डा लाहोर ने डिसले गुरुजी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है। पर यह बात मीडिया में आने के बाद उपमुख्यमंत्री अजित पवार, स्कूली शिक्षामंत्री गायकवाड सहित कई लोग उनके समर्थन में उतर आए हैं।

पुरस्कार मिलने के बाद से परेशान कर रहे अधिकारी

डिसले गुरुजी ने कहा कि जब से मुझे अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है, तभी से शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी मुझे परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे अमेरिका में पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशीप मिली है। इसके लिए 25 जनवरी तक मुझे कागजात जमा करने हैं। पढ़ाई करने जाने के लिए मैंने 14 जनवरी को छुट्टी के लिए आवेदन किया था पर आज तक मुझे छुट्टी मंजूर नहीं की गई। डिसले को अमेरिका सरकार द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित फुलब्राईट स्कॉलरशीप मिला है। 

कौन है डिसले गुरुजी 

वर्ष 2009 में सोलापुर जिला परिषद स्कूल में बतौर शिक्षक अपना कैरियर शुरु करने वाले रणजीत सिंह डिसले फिलहाल सोलापुर जिले के परितवाडी विद्यालय में कार्यरत हैं। 2017 में जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र वेलापुर, सोलापुर में उन्हें प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया। 4 दिसंबर 2020 को उन्हें ग्लोबल टीचर अवॉर्ड से नवाजा गया था। डिसले को जून 2021 में वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय कार्यों को देखते हुए 20 नवंबर 2021 को उन्हें आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की गई थी। डिसले गुरु जी के लिए बीते 1 दिसंबर, 2021 को अमेरिकी सरकार की प्रतिष्ठित फुल ब्राइट स्कॉलरशिप की घोषणा की गई है। इस स्कॉलरशिप के लिए वे अमेरिका जाना चाहते हैं।          

 
 

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