जब लपटें धीमी पडऩे लगीं तब पहुँची फायर ब्रिगेड -बगल में सिक्योरिटी का कंट्रोल रूम फिर भी फुँक गई एम्बुलेंस
जब लपटें धीमी पडऩे लगीं तब पहुँची फायर ब्रिगेड -बगल में सिक्योरिटी का कंट्रोल रूम फिर भी फुँक गई एम्बुलेंस
डिजिटल डेस्क जबलपुर । वाहन निर्माणी के अस्पताल में शाम तकरीबन 5 बजे एम्बुलेंस जलकर खाक हो गई। हैरानी वाली बात यह है कि ठीक बगल में ही सिक्योरिटी हॉल है जिसमें बड़ी संख्या में ड्राइवरों की मौजूदगी के बावजूद किसी को शुरूआती दौर में कुछ नजर नहीं आया। ध्यान तब गया जब लपटें छत के ऊपर तक पहुँचने लगीं। सतर्कता में लापरवाही का खामियाजा यह रहा कि दमकल कर्मियों के पहुँचने से पहले एम्बुलेंस का ढाँचा मात्र बाकी रहा। वाहन तकरीबन पूरी तरह खाक हो गया। इससे चंद मिनिट पहले ही एम्बुलेंस के ड्राइवर ने पूरे स्टाफ को घर छोड़ा और तय स्थान पर वाहन की पार्किंग की थी।
तीन प्राइवेट, इकलौती सरकारी 7 हादसे के बाद इस तरह के सवाल भी उठने लगे कि शुरूआती दौर में ही धुआँ उठा और दूर-दूर तक दिखाई देने लगा। इसके बावजूद सुरक्षा जिम्मेदारी निभाने वाले स्टाफ को नजर क्यों नहीं आया। सूत्रों का कहना है कि हॉस्पिटल में तीन प्राइवेट एम्बुलेंस हैं जबकि सरकारी सिर्फ एक। हादसे में सरकारी एम्बुलेंस भेंट चढ़ गई। सूत्र कहते हैं कि मुमकिन है कि इससे चौथी निजी एम्बुलेंस के लिए रास्ता साफ हो गया हो।
स्टार यूनियन को एआईडीईएफ
की मान्यता, मजदूर का पत्ता कटा
व्हीकल फैक्टरी वर्कर्स यूनियन को एआईडीईएफ की मान्यता हासिल हो गई है वहीं एफिलेटेड मजदूर यूनियन का पत्ता साफ हो गया है। फेडरेशन ने उसकी मान्यता सस्पेंड कर दी है। व्हीकल फैक्टरी वर्कर्स यूनियन के महामंत्री नितेश सिंह ने बताया कि सितम्बर 2019 को यूनियन को व्यवसायिक संघ, भोपाल द्वारा रजिस्टर्ड किया गया था। फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एसएन पाठक और महासचिव सी श्रीकुमार से एफीलेसन के लिए निवेदन किया गया था जिसे 433 क्रमांक के साथ अब जाकर स्वीकार कर लिया गया है। यूनियन के केएस राणा, राजेश मिश्रा, रामभुवन पटेल ने राष्ट्रीय नेताओं को धन्यवाद दिया है।
निगमीकरण को लेकर सीधे पीएमओ में ऑब्जेक्शन
निगमीकरण के निर्णय के खिलाफ आयुध कर्मियों का विरोध बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को लेबर यूनियन खमरिया के श्रमिक नेताओं ने बड़ी संख्या में सीधे पीएमओ में ऑब्जेक्शन दाखिल कराया। फेडरेशन की ओर से भेजे गए लिंक पर शिकायत दर्ज कराई गई।