मां को रोते देखा तो कर दी बड़े भाई की हत्या

मां को रोते देखा तो कर दी बड़े भाई की हत्या

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-02 08:27 GMT
मां को रोते देखा तो कर दी बड़े भाई की हत्या

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। सोनारी मोहगांव में छोटे भाई ने लाठियों से पीटकर अपने बड़े भाई की हत्या कर दी। मृतक की मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई है। मिली जानकारी के अनुसार सोनारी मोहगांव निवासी रामकुमार पिता रघ्घू जम्भोरे बैंड बजाने का काम करता था। रविवार की रात रामकुमार कहीं से बैंड बजाकर वापस लौटा तो पता चला कि उसकी पत्नी ने खाना ही नही बनाया है। इस बात पर दोनों पति-पत्नी का विवाद हो रहा था। तभी रामकुमार की मां वहां आ गई और विवाद देखकर रोने लगी। इस घटना में मकान के दूसरे हिस्से में रहने वाला रामकुमार का छोटा भाई इंद्रकुमार अचानक बड़े भाई के यहां पहुंचा और मां को रोता देखकर बड़े भाई पर लाठी से हमला कर दिया। परिजनों ने बीच बचाव कर रामकुमार को छुड़ाया और रात लगभग 12 बजे से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान लगभग आधे घंटे में ही रामकुमार ने दम तोड़ दिया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपी इंद्रकुमार को गिरफ्तार किर लिया है। उसके खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
 

सोसायटी गोदाम में पानी भरा, लाखों की खाद खराब

मोहखेड़ विकासखंड के सारोठ गांव की सहकारी समिति के गोदाम में रविवार की रात बारिश की पानी भर गया। गोदाम में रखी लगभग तीन लाख रुपए से ज्यादा की खाद खराब हो गई। इस मामले में एक किसान के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। दरअसल किसान ने गोदाम के करीब सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर नाली में मिट्टी भर दी। इससे पानी निकासी का मार्ग बंद हो गया और बारिश का पानी गोदाम में भर गया।

मोहखेड़ से पालाखेड़ सड़क मार्ग पर सारोठ गांव में सहकारी समिति का गोदाम व कार्यालय संचालित है। इस गोदाम में लगभग 20 साल से खाद बीज का भंडारण किया जाता है। बारिश में सुरक्षा की दृष्टि से यहां पानी निकासी के लिए शासकीय जमीन पर कच्ची नाली बनाई गई थी। इस साल गर्मी में नाली से लगे खेत के मालिक ने अतिक्रमण कर नाली में मिट्टी भरकर समतलीकरण कर दिया। इससे गोदाम के पास पानी निकासी का मार्ग बंद हो गया। रविवार को सुबह से शाम तक लगभग चार इंच बारिश हुई। इससे सड़क के दोनों ओर पानी का तेज बहाव बन गया। गोदाम में पास पानी निकासी का रास्ता बंद होने से बारिश का पानी गोदाम में भर गया। कमरे में लगभग एक फिट पानी भरने से नीचे की तह में रखी बोरियों का खाद घुल गया और बोरियों का ढेर लुढ़क गया। इस कारण डीएपी और यूरिया की डेढ़ से अधिक बोरियों की खाद गीली हो गई। 
 

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