दोस्त-दोस्त ना रहा, रिटायर्ड बैंक मैनेजर का मकान हड़पा

दोस्त-दोस्त ना रहा, रिटायर्ड बैंक मैनेजर का मकान हड़पा

Bhaskar Hindi
Update: 2018-05-11 07:56 GMT
दोस्त-दोस्त ना रहा, रिटायर्ड बैंक मैनेजर का मकान हड़पा

डिजिटल डेस्क जबलपुर। किसी जमाने की राजकपूर की हिट फिल्म संगम का एक गीत था दोस्त दोस्त न रहा। इसको चरितार्थ कर दिखायाा यहां के एक ऐसे व्यक्ति ने जिसने दोस्त द्वारा रहने को दिया गया मकान न केवल हड़प लिया बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दे डाली। 

अमानत में खयानत का मामला दर्ज 
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया से वरिष्ठ प्रबंधक के पद से रिटायर हुए मांझीवाड़ा थाणे महाराष्ट्र में रहने वाले कृष्ण डिकोटे ने अपना यादव कॉलोनी स्थित मकान दोस्त रामनारायण श्रीवास को रहने के लिए दिया था। रिटायरमेंट के बाद कृष्ण डिकोटे दो साल से मुंबई में रह रहे थे, लेकिन यहां रामनारायण ने उनके मकान पर कब्जा कर लिया। शहर लौटने पर कृष्ण डिकोटे ने अपना मकान वापस मांगा तो रामनारायण और उसके बेटे मोहित ने जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दीं।

पीड़ित ने लार्डगंज थाने में शिकायत दी, जिसकी जांच के बाद पुलिस ने रामनारायण और उसके बेटे मोहित के खिलाफ अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।  लार्डगंज पुलिस ने बताया कि 62 वर्षीय कृष्ण डिकोटे ने शिकायत दी थी कि यादव कॉलोनी भैरव व्यायाम शाला के सामने उसने रवि पटेल से एक मकान खरीदा था, जिसमें वह 6 सालों तक रहा। 

सन् 2000 में मुंबई हो गया था ट्रांसफर 
साल 2000 में उसका ट्रांसफर मुंबई हो गया था, जिसके कारण उसने अपना मकान पड़ोसी और पुराने दोस्त रामनारायण को देखरेख व रहने के लिए दे दिया था। कई बार वह मुंबई से शहर आता था और अपने घर में रहता था। लेकिन 5 मई की दोपहर 1 बजे वह अपने साथी चंद्रशेखर के साथ मकान पहुंचा और रामनारायण से घर खाली करने के लिए कहा। इसी बीच रामनारायण का बेटा मोहित श्रीवास आ गया, जिसने कहा कि मकान की रजिस्ट्री और नामांतरण उनके नाम हो गया है और मकान खाली करने के लिए कहा तो जान से मार देंगे। पुलिस ने जांच के बाद रामनारायण और उसके बेटे के खिलाफ धारा 406, 294, 506 का अपराध दर्ज कर दोनों की तलाश शुरू कर दी है। 

 

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