क्रिकेट : गांगुली ने कहा- मदन लाल, सुलक्षणा नाइक होंगे CAC सदस्य, गंभीर का नाम नहीं

क्रिकेट : गांगुली ने कहा- मदन लाल, सुलक्षणा नाइक होंगे CAC सदस्य, गंभीर का नाम नहीं

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-27 13:15 GMT
हाईलाइट
  • BCCI ने मदन लाल और सुलक्षणा नाइक को CAC के सदस्यों के रूप में नियुक्त किया
  • मदन लाल 1983 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य रहे हैं
  • ये समिति अगले चार साल के साइकल के लिए चयन समितियों को चुनेगी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने मदन लाल और सुलक्षणा नाइक को क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) के सदस्यों के रूप में नियुक्त करने जा रही है। न्यूज एजेंसी IANS ने BCCI प्रेसिडेंट सौरव गांगुली के हवाले से ये बात कही जा रही है। सौरव गांगुली ने कहा कि इसे अंतिम रूप दे दिया गया है और BCCI सचिव जय शाह जल्द ही आधिकारिक घोषणा करेंगे। CAC में सुलक्षणा नाइक और मदन लाल का नाम हैं। ये समिति 2020 से शुरू होने वाले अगले चार साल के साइकल के लिए चयन समितियों को चुनेगी। मदन लाल 1983 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य रहे हैं जबकि सुलक्षणा नाइक ने देश के लिए दो टेस्ट और 46 वनडे मैच खेले हैं।

1983 वर्ल्ड कप में किया था शानदार प्रदर्शन
मदन लाल ने 1974 से 1987 के बीच 39 टेस्ट और 67 वनडे खेले हैं। लाल 1983 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के हीरो है। उन्होंने वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में तीन विकेट चटकाए थे। सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के कारण मदन लाल समिति के प्रमुख होंगे, जबकि 2011 विश्व कप के नायक गंभीर तीसरे सदस्य के साथ उनकी सहायता करेंगे।

क्या कहा मदन लाल ने?
इससे पहले जब जब मदन लाल को CAC सदस्य के रूप में नियुक्त किए जाने की खबरें आई थी और उनसे CAC के सदस्य के रूप में नियुक्ति को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था, "मुझे नहीं पता कि मेरी ओर से कोई औपचारिक टिप्पणी करना उचित है या नहीं, क्योंकि बीसीसीआई ने अभी इसकी घोषणा नहीं की है।" चूंकि उनका एक टीवी चैनल के साथ क्रिकेट विशेषज्ञ के रूप में अनुबंध हैं, इसलिए कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, "मुझे पहले अपना अपॉइंटमेंट लेटर मिल जाने दीजिए। अपॉइंटमेंट लेटर में और जाहिर तौर पर संदर्भ और दिशानिर्देश दिए होंगे।"

खोजना होगा प्रसाद-खोड़ा का विकल्प
CAC को एमएसके प्रसाद (दक्षिण) और गगन खोड़ा (मध्य) का रिप्लेसमेंट खोजना होगा क्योंकि उनका चार साल का कार्यकाल खत्म हो रहा है। जबकि सरनदीप सिंह (उत्तर), देवांग गांधी (पूर्व) और जतिन परांजपे (पश्चिम) के चार साल के कार्यकाल में एक साल बाकी है इसलिए वह सिलेक्शन कमेटी में बने रहेंगे।

 

 

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