कोई एक टीम पहुंचेगी फाइनल एक करीब, तो किसी को एक साल का करना होगा इंतजार 

आईपीएल 2022 कोई एक टीम पहुंचेगी फाइनल एक करीब, तो किसी को एक साल का करना होगा इंतजार 

Manuj Bhardwaj
Update: 2022-05-25 11:45 GMT
हाईलाइट
  • केएल राहुल ने आगे से किया अपनी टीम को लीड
  • सही वक्त पर फॉर्म में आई त्रिमूर्ति

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोलकाता का ईडन गार्डन मैदान आज प्लेऑफ के पहले नॉकआउट मुकाबले का आयोजन करने जा रहा है। लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच होने वाले एलिमिनेटर मुकाबले में जो भी टीम आज हारती है, वह बोरिया-बिस्तरा बांधकर अपने घर लौट जाएगी, जबकि जीतने वाली टीम 27 मई को क्वालीफायर-2 मुकाबले में फाइनल में जगह बनाने के लिए राजस्थान रॉयल्स का सामना करेगी। 

अपना पहला आईपीएल खेल रही लखनऊ ने अपने दमदार खेल से एक्सपर्ट्स के साथ-साथ फैंस को भी काफी प्रभावित किया है। टीम ने 14 मैचों में से 9 में जीत दर्ज कर पॉइंट्स टेबल में तीसरे नंबर पर रहते हुए लीग स्टेज को समाप्त किया है वहीं बैंगलोर को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के मैच पर निर्भर रहना पड़ा था, जहां हिटमैन की टीम ने अहम मुकाबले में दिल्ली को मात देकर किंग कोहली की टीम के लिए प्लेऑफ में जगह सुनिश्चित की थी। 

केएल राहुल ने आगे से किया अपनी टीम को लीड 

लखनऊ सुपर जायंट्स को खुद कप्तान केएल राहुल ने आगे से लीड किया है। राहुल 537 रन के साथ पर्पल कैप की रेस में दूसरे स्थान पर है वहीं उनके जोड़ीदार क्विंटिन डी कॉक 502 रन के साथ तीसरे स्थान पर है।

हालांकि टीम की सबसे बड़ी कमजोरी यही रही है कि बैटिंग लाइन के तीन बल्लेबाजों को छोड़कर किसी और ने कुछ अच्छा योगदान नहीं है।

जहां तीसरे बल्लेबाज है दीपक हुड्डा, जो मौजूदा सीजन में टीम के संकटमोचन बनकर उभरे हैं। हुड्डा ने ना सिर्फ टीम के लिए रन बनाकर उसे मुश्किलों से निकाला बल्कि जब लंबे समय से टीम नंबर तीन की पोजिशन के लिए एक स्थिर बल्लेबाज ढूंढ रही थी तब इस पोजिशन पर आकर उन्होंने टीम को और मजबूती प्रदान की। हुड्डा ने मौजूदा सीजन में 31.2 की औसत से 406 रन बनाए है। 

केएल राहुल, क्विंटन डी कॉक और दीपक हुड्डा को छोड़कर बाकी खिलाड़ियों का संयुक्त योगदान 17.2 के औसत से मात्र 789 रन का है। 

उधर, अगर गेंदबाजी की बात करे टीम के पास आवेश खान, मोहसिन खान, दुष्मंथा चमीरा के साथ साथ ऑलराउंडर जेसन होल्डर और मार्कस स्टोइनिस जैसे स्ट्राइकिंग विकल्प मौजूद है जबकि मिडिल ओवर्स में रवि बिश्नोई और क्रूनआल पांड्या ने विकेट के साथ किफायती गेंदबाजी की है।

लेकिन अगर लखनऊ को अपने पदार्पण पर ही इतिहास रचना है तो उसके बाकी बल्लेबाजों का चलना बहुत जरूरी है।

सही वक्त पर फॉर्म में आई त्रिमूर्ति 

लीग की सबसे मशहूर टीम का मौजूदा सीजन में समीकरण काफी पेचीदा रहा है, पहले तो टीम को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए ही दूसरी टीमों के मुकाबले पर निर्भर रहना पड़ा है, उसके बाद टीम के बड़े नामों में निरंतरता की कमी, लेकिन अपने आखिरी मैच में विराट कोहली, कप्तान फाफ डु प्लेसिस और ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार पारियां खेलकर टूर्नामेंट के अहम पड़ाव पर फॉर्म में लौटने के संकेत दिए हैं और अगर उनकी यह फॉर्म प्लेऑफ में जारी रहता है तो टीम इस बार अपने चौदह साल से चले आ रहे सूखे को खत्म कर सकती है।

ऐसी हो सकती है प्लेइंग-11 

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर:  फाफ डु प्लेसिस (कप्तान),  विराट कोहली,  रजत पाटीदार, ग्लेन मैक्सवेल, महिपाल लोमरोर, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर),  शाहबाज अहमद, वनिन्दु हसरंगा, हर्षल पटेल / आकाश दीप, जोश हेजलवुड, मोहम्मद सिराज

लखनऊ सुपर जायंट्स: क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), केएल राहुल (कप्तान), दीपक हुड्डा, क्रुणाल पांड्या, आयुष बडोनी, मार्कस स्टोइनिस, जेसन होल्डर,  अवेश खान, दुष्मंथा चमीरा, मोहसिन खान, रवि बिश्नोई

Tags:    

Similar News