रोहित बोले- पिच दोनों टीमों के लिए समान, जब हम विदेश जाते हैं, तब कोई पेसर्स फ्रेंडली विकेट को लेकर कुछ नहीं बोलता

रोहित बोले- पिच दोनों टीमों के लिए समान, जब हम विदेश जाते हैं, तब कोई पेसर्स फ्रेंडली विकेट को लेकर कुछ नहीं बोलता

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-21 17:27 GMT
रोहित बोले- पिच दोनों टीमों के लिए समान, जब हम विदेश जाते हैं, तब कोई पेसर्स फ्रेंडली विकेट को लेकर कुछ नहीं बोलता
हाईलाइट
  • मोटेरा में स्पिनर्स को मिल सकती है मदद
  • रोहित बोले- विदेशों में पेसर्स फ्रेंडली पिचें होती हैं
  • तब कोई नहीं बोलता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट (डे-नाइट) की शुरुआत से पहले भारतीय ओपनर रोहित शर्मा का बयान सामने आया है। रोहित ने कहा, मोटेरा में पिचें स्पिनर्स को मदद कर सकती हैं। वहीं चेन्नई टेस्ट की पिच पर कुछ पूर्व खिलाड़ियों के सवाल उठाने पर रोहित ने कहा "पिच दोनों टीमों के लिए समान है, इसलिए मुझे नहीं पता कि इसके बारे में इतनी चर्चा क्यों है। भारत में वर्षों से इस तरह की पिचें तैयार की जाती रही हैं।"

रोहित ने कहा, "जब हम विदेश जाते हैं, तब कोई पेसर्स फ्रेंडली विकेट को लेकर क्यों कुछ नहीं बोलता। होम और अवे का यही फायदा होता है। हम अपने मुताबिक पिचें बनाते हैं। अगर किसी को दिक्कत है, तो वह इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) में इसको लेकर नियम बनाने कह सकता है, ताकि हर जगह एक जैसी पिच मिले।" रोहित ने कहा, एक बल्लेबाज के रूप में, पिच के आधार पर आप खुद को तैयार करते हैं। चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खेलने के लिए खिलाड़ियों को उनके कौशल और मानसिकता के आधार पर खेलने के लिए चुना जाता है।

मोटेरा की पिच से स्पिनर्स को मदद
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा। फिलहाल सीरीज 1-1 से बराबरी पर है। इसे लेकर रोहित ने कहा कि मोटेरा में पिचें स्पिनर्स को मदद कर सकती हैं। उन्होंने कहा, डे-नाइट टेस्ट में थोड़ी मुश्किल होती है, लेकिन टीम इंडिया इसके मुताबिक ढल जाएगी। सोमवार को प्रैक्टिस सेशन में लाइट्स और सीट्स पर हमारा फोकस होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि नई सीटों में शाइनिंग होती है। स्लिप में कैच और आउटफील्ड कैचिंग की भी प्रैक्टिस की जाएगी।

 रोहित ने कहा कि अगर आप ज्यादा सोचते हैं, तो खुद को प्रेशर में धकेल देते हैं। इसलिए वर्तमान में रहने पर प्रेशर नहीं होता। टेस्ट 5 दिन का खेल है और इसमें हर सेशन में अलग-अलग टीमों पर दबाव बढ़ता है। अगर छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दें, तो रिजल्ट आपके पक्ष में ही होगा। हम WTC फाइनल के लिए क्वालिफाई करना चाहते हैं। हमारे सामने 2 टेस्ट हैं और हमारा पूरा फोकस उसी पर है। बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में 

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