रिटायरमेंट: 2007 वर्ल्ड टी-20 फाइनल के स्टार इरफान पठान ने क्रिकेट को कहा अलविदा

रिटायरमेंट: 2007 वर्ल्ड टी-20 फाइनल के स्टार इरफान पठान ने क्रिकेट को कहा अलविदा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-04 13:07 GMT
रिटायरमेंट: 2007 वर्ल्ड टी-20 फाइनल के स्टार इरफान पठान ने क्रिकेट को कहा अलविदा
हाईलाइट
  • 35 वर्षीय इरफान आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी में अक्टूबर 2012 में उतरे थे
  • इरफान पठान ने शनिवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की
  • कोलंबो में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ आखिरी मैच खेला था

डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारत के स्टार ऑलराउंडर इरफान पठान ने शनिवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की। 35 वर्षीय इरफान आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी में अक्टूबर 2012 में  नजर आए थे, जब उन्होंने कोलंबो में टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच खेला था। इरफान ने घरेलू क्रिकेट में आखिरी मैच 2019 में जम्मू-कश्मीर के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेला था। पठान खेल के सबसे लंबे प्रारूप में हैट्रिक लेने वाले तीन भारतीय गेंदबाजों में से एक हैं। वह 2007 वर्ल्ड टी-20 जीतने वाली टीम का हिस्सा थे।

2003 में किया था ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू
पठान ने 12 दिसंबर 2003 को एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में भारत के लिए पदार्पण किया था जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी। करीब एक महीने बाद 9 जनवरी 2004 को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ उन्होंने अपना वनडे और 1 दिसंबर 2006 को उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 डेब्यू किया था। पठान ने 29 टेस्ट (1105 रन और 100 विकेट), 120 वनडे (1544 रन और 173 विकेट) और 24 टी-20 अंतरराष्ट्रीय (172 रन और 28 विकेट) मैच खेले है। पठान ने आखिरी टेस्ट 5 अप्रैल 2008 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ, आखिरी वनडे 4 अगस्त 2012 और आखिरी टी-20 2 अक्टूबर 2012 को साउथ अफ्रका का खिलाफ खेला था।

पाकिस्तान के खिलाफ ली थी हैट्रिक
2006 में जब भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया था, तब इरफ़ान पठान ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन कर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था। क्रिकेट पिच पर शायद उनके ये सबसे महान पल थे। कराची में मैच के पहले ओवर में, उन्होंने सलमान बट, यूनुस खान और मोहम्मद यूसुफ को अंतिम तीन गेंद पर आउट किया और हरभजन सिंह के बाद टेस्ट हैट्रिक पाने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बने। पठान के पास गेंदबाजी में कभी भी तेज गति नहीं थी, लेकिन गेंद को स्विंग कराने की उनकी स्वाभाविक क्षमता ने उन्हें तुरंत सफलता दिला दी। उस दौरान उनकी तुलना महान कपिल देव के साथ होने लगी थी। ऐसा लग रहा था कि भारत ने ऑलराउंडर को ढूंढ लिया है, जिसकी तलाश भारत को कपिल देव के जाने के बाद से थी।

टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल के हीरो थे इरफान
पठान ने 2007 में वर्ल्ड टी-20 में भारत के सफल अभियान में भी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने इस विश्व कप में 14.90 की औसत से 10 विकेट लिए थे। फाइनल मैच में इरफान पठान ने अपने चार ओवरों में 16 रन देकर तीन विकेट लिए थे। इसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच के अवॉर्ड से भी नवाजा गया था। 2000/01 सीजन में बड़ौदा के लिए अपना घरेलू करियर शुरू करने वाले इरफ़ान पठान ने आखिरी बार फरवरी 2019 में जम्मू-कश्मीर के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान कॉम्पिटिटिव गेम खेला था। पठान ने 2017 में अपना आखिरी आईपीएल गेम खेला था और बाद की नीलामी में उन्हें किसी भी टीम ने पिक नहीं किया। ऐसे में पिछले साल दिसंबर में आईपीएल नीलामी से उन्होंने खुद को दूर रखा।

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