NZ VS IND: दूसरा टेस्ट मैच कल से, सीरीज बराबर करना चाहेगी टीम इंडिया

NZ VS IND: दूसरा टेस्ट मैच कल से, सीरीज बराबर करना चाहेगी टीम इंडिया

Bhaskar Hindi
Update: 2020-02-28 11:32 GMT
NZ VS IND: दूसरा टेस्ट मैच कल से, सीरीज बराबर करना चाहेगी टीम इंडिया
हाईलाइट
  • दो मैचों की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड 1-0 से आगे है
  • उसने पहले मैच में भारतीय टीम को 10 विकेट से हराया था
  • भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच कल से क्राइस्टचर्च के हैगले ओवल मैदान पर खेला जाएगा

डिजिटल डेस्क। भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच कल से क्राइस्टचर्च के हैगले ओवल मैदान पर खेला जाएगा। दो मैचों की टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड 1-0 से आगे है। उसने पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम को 10 विकेट से हराया था। अब न्यूजीलैंड दूसरा मैच जीतकर सीरीज जीतना चाहेगी। वहीं भारतीय टीम की कोशिश मैच जीतकर सीरीज बराबर करने की होगी। 

पहले मैच में भारत के लिए कुछ सही नहीं रहा था, सिवाए दो खिलाड़ियों के। मयंक अग्रवाल ने दोनों पारियों में विकेट पर टिकने की कला दिखाई थी और दूसरी पारी में पचास का आंकड़ा भी पार किया था। गेंदबाजी में ईशांत शर्मा पांच विकेट लेने में सफल रहे, लेकिन टीम का यह सबसे अनुभवी गेंदबाज दूसरे टेस्ट मैच से बाहर हो गया, जिसका कारण टखने में लगी चोट है।

गेंदबाजी में अगर भारत को देखा जाए तो जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी दो बेहतरीन गेंदबाज है। ईशांत के बाहर होने पर उमेश यादव टीम में आते हैं या नवदीप सैनी को पदार्पण का मौका मिलता है यह मैच के दिन ही पता चलेगा, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के लिए भी यह मैच ज्यादा चुनौतीपूर्ण बन गया है।

इस समय सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के तौर पर मशहूर भारतीय गेंदबाज पहले मैच में असरदार नहीं रह पाए थे। कीवी देश की परिस्थतियां इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है, जहां गेंदबाजों को अलग तरह की काबिलियत चाहिए होती है और वो होती है गेंद को देर तक स्विंग कराने की।

संजय मांजरेकर ने हाल ही में इसका कारण भी बताया था। मांजरेकर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, क्यों न्यूजीलैंड के गेंदबाज भारतीय गेंदबाजों की अपेक्षा गेंद को स्विंग कराने में सफल रहे? क्योंकि इस तरह के विकेटों पर कलाई के एक कोण की मदद से गेंद को स्विंग कराने की जरूरत होती है। भारत के तीनों तेज गेंदबाज, बेशक यह तीनों शीर्ष स्तर के हैं, लेकिन आउट स्विंग गेंदबाज नहीं हैं।

शमी और बुमराह की सीम बेहतरीन हैं, लेकिन संजय की मानें तो उनके पास गेंद को न्यूजीलैंड में स्विंग कराने की वो काबिलियत नहीं है जो टिम साउदी, ट्रेंट बाउल्ट के पास है। अब दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाज किस तरह से इस चुनौती से निपटते हैं यह देखना होगा। ईशांत का बाहर जाना भारत के लिए बुरी खबर तो है ही साथ ही नील वेग्नर का कीवी टीम में लौट आना भी कम बुरी खबर नहीं है। बाउल्ट, साउदी और वेग्नर घर में कहीं ज्यादा खतरनाक हैं।

कप्तान विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों से सुसज्जित भारत का मजबूत बल्लेबाजी क्रम पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 200 का आंकड़ा भी पार नहीं कर सका था। हेग्ले ओवल की पिच पर यह बल्लेबाज किस तरह से कीवी तिगड़ी का सामना करते हैं वो भी बड़ा सवाल है और सबसे बड़ा सवाल तो खुद कप्तान कोहली से है, जो पिछली कुल 20 पारियों से शतक नहीं जमा पाए हैं।

इस टीम की बल्लेबाजी कोहली के इर्द-गिर्द ही घूमती है। वही अगर विफल हो जाएं तो टीम के आत्मविश्वास पर चोट लाजमी है। वेग्नर ने पहले ही कह दिया था कि वह कोहली के पीछे हैं और जल्दी से जल्दी उन्हें आउट करने की फिराक में होंगे। जीत के लिए कोहली टीम में बदलाव कर सकते हैं। ईशांत का बाहर जाना तय हो ही गया है, वहीं ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी बाहर जा सकते हैं और उनके स्थान पर रवींद्र जडेजा को मौका मिल सकता है।

पहले टेस्ट को जीत के बाद कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन ने कहा था कि इस मजबूत भारतीय टीम को मात देने के लिए आपको कहीं बेहतर और मजबूत होना होता है। जाहिर है कप्तान जानते हैं कि कोहली की टीम कुछ भी कर सकती है इसलिए दूसरे मैच में वो इत्मिनान नहीं रख सकते। मेजबान टीम हर हाल में अपने विजयी क्रम को जारी रखने की भरसक कोशिश करेगी।

हेड-टू-हेड
भारत ने कीवी टीम के खिलाफ अब तक 58 में से 21 टेस्ट में जीत दर्ज की, जबकि 11 मैच हारे। 26 मुकाबले ड्रॉ हुए। वहीं, न्यूजीलैंड में भारत ने 24 में से सिर्फ 5 मुकाबले ही जीते हैं। 9 में टीम को हार मिली, जबकि 10 टेस्ट ड्रॉ हुए। दोनों टीमों के बीच अब तक 20 सीरीज खेलीं गईं, जिनमें टीम इंडिया ने 11 बार जीत हासिल की। 5 में भारत को हार मिली, जबकि 4 सीरीज ड्रॉ रहीं।

दोनों टीमें:

भारतीय टीम: विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उपकप्तान), हनुमा विहारी, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, नवदीप सैनी, ईशांत शर्मा।

न्यूजीलैंड: केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लेंडल, ट्रेंट बोल्ट, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, काइल जैमिसन, हेनरी निकोल्स, रॉस टेलर, टॉम लाथम (विकेटकीपर), डेरेल मिशेल, एजाज पटेल, टिम साउदी, नील वैगनर, बीजे वाटलिंग और मैट हेनरी।

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