अनुशासनहीनता और आक्रामक व्यवहार को लेकर ऐसे आलोचकों के निशाने पर रहे विराट कोहली

विराट कोहली अनुशासनहीनता और आक्रामक व्यवहार को लेकर ऐसे आलोचकों के निशाने पर रहे विराट कोहली

Manuj Bhardwaj
Update: 2021-09-17 08:07 GMT
अनुशासनहीनता और आक्रामक व्यवहार को लेकर ऐसे आलोचकों के निशाने पर रहे विराट कोहली
हाईलाइट
  • कुंबले ने लगाया था अनुशासनहीनता का आरोप
  • कोच शास्त्री और कप्तान कोहली ने कोरोना नियमों का उल्लंघन करते हुए बुक लॉन्च अटेंड किया

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसीसी टी-20 वर्ल्ड कप के बाद टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने का ऐलान करने वाले विराट कोहली के बारे में सब लोग अपनी अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। वैसे कोहली का आक्रामक रवैया हमेशा से ही सुर्खियां बटोरता रहा हैं। कुछ लोग इस रवैये का समर्थन करते हैं तो कुछ इसकी खिलाफत। लेकिन इन सबके बावजूद कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने टी-20 में शानदार प्रदर्शन किया है। 2017 में टी-20 कप्तानी मिलने के बाद से टीम ने 45 मैच खेले हैं जिसमें 27 में टीम ने जीत हासिल की और मात्र 14 में ही हार का सामना करना पड़ा। दो मैच टाई तो वही दो मैच बेनतीजा रहे।

अगर गौर किया जाए तो कोहली का टी-20 इंटरनेशनल में कप्तान के रूप में सफलता दर लगभग दोगुनी है। लेकिन इसके बावजूद वो ट्रोलर्स के निशाने पर हमेशा रहते है। उसका कारण है उनका आक्रामक रवैया जिसे कुछ लोग घमंड का रूप भी दे देते है। लेकिन अगर भारत ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेल रही है और वहां के खिलाड़ी लगातार स्लेंजिग कर रहे है तो क्या ये ठीक नहीं है की उनको उन्ही की भाषा में जवाब दिया जाए। शायद यह उनके आक्रामक रवैये का ही नतीजा है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर कुछ ऐसा किया जो कभी कोई कप्तान नहीं कर पाया था। 2018 में उन्ही की धरती पर पहली बार सीरीज में उन्हें पटखनी दी। हर इंसान का व्यवहार अलग होता है लेकिन फर्क इस चीज से पड़ता है कि वो जिस कार्य को कर रहा है, उसमे कितनी सफलता उसे मिल पा रही है। कोहली की बात करे तो कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर कोहली का प्रदर्शन बहुत शानदार है। 

आइये एक नजर डालते हैं जब अपने व्यवहार को लेकर कोहली आए आलोचकों के निशाने पर -

बुक लॉन्च किया अटेंड 

कोच शास्त्री और कप्तान कोहली ने कोरोना नियमों का उल्लंघन करते हुए हाल ही में एक बुक लॉन्च अटेंड किया था, जिसके बाद रवि शास्त्री कोविड से संक्रमित पाए गए हैं। जिसके बाद आलोचकों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया उन्होंने तर्क दिया कि 'न सिर्फ उनकी बल्लेबाजी का प्रदर्शन कम हुआ है बल्कि अनुशासनहीनता भी जारी है।'

कुंबले ने अप्रत्यक्ष तौर पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया

वर्ष 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में विराट कोहली कप्तान के तौर पर सामने आए थे। अपने आक्रामक व्यक्तित्व के लिए प्रसिद्ध विराट को महेंद्र सिंह धौनी के कप्तानी छोड़ने के बाद टीम के नए कप्तान के रूप में चुना गया था और उनके बल्लेबाजी के रिकॉर्ड को देखते हुए कई लोग इस बात से बेहद प्रसन्न थे। विवाद तो जब हुआ जब तत्कालीन कोच अनिल कुंबले ने अप्रत्यक्ष तौर पर विराट पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया। भारत चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल पाकिस्तान से हार गया था जिसका कारण इस लड़ाई को माना जाता है।

निजी हित को अधिक महत्व 

एक बार फिर से कोहली आलाचकों के निशाने पर तब आए जब वो ऑस्ट्रेलियन टेस्ट सीरीज बीच में ही छोड़कर इंडिया वापस आ गए थे क्योंकि अनुष्का शर्मा अपने पहले बच्चे को जन्म देने वाली थी। तो ट्रोलर्स ने कोहली को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया था। जिसमे उन्होंने कहा थी कि, कप्तान अपनी टीम को बुरी परिस्थिति में छोड़कर कैसे जा सकता है? हालांकि बाद में बुरी परिस्थिति से निकलकर रहाणे की कप्तानी ने धमाकेदार वापसी करते हुए सीरीज पर कब्जा जमाया था। 

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