Amalaki Ekadashi 2024: जानिए कब है आमलकी एकादशी, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

  • आमलकी एकादशी 20 मार्च 2024 को मनाई जाएगी
  • उपवास रखने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं
  • इस व्रत से 100 गाय दान करने जितना पुण्य मिलता है

Manmohan Prajapati
Update: 2024-03-18 10:57 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) के रूप में मनाया जाता है। इसे आवंला, रंगभरनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन आंवले की पूजा की जाती है। यह दिन भगवान श्रीहरि यानि कि विष्णु जी को समर्पित है। ऐसा माना जाता है कि, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस साल आमलकी एकादशी 20 मार्च 2024 को मनाई जाएगी।

मान्यता है कि आमलकी एकादशी का उपवास रखने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। वहीं शास्त्रों के अनुसार, आमलकी एकादशी का व्रत करने से 100 गाय दान करने जितना पुण्य मिलता है। आइए जानते हैं इस व्रत का महत्व, मुहूर्त और पूजा विधि...

आमलकी एकादशी

एकादशी तिथि प्रारंभ: 20 मार्च 2024, बुधवार रात 12 बजकर 30 मिनट (AM) बजे से

एकादशी तिथि समापन: 21 मार्च 2024, गुरुवार रात 2 बजकर 21 बजे मिनट तक

व्रत पारण का समय: 21 मार्च 2024, गुरुवार सुबह 6:44 से सुबह 9:03 बजे तक

व्रत पूजन विधि

- आमलाकी एकादशी के दिन सुबह ब्रम्हमुहूर्त में स्नान करके भगवान विष्णु का ध्यान करें।

- इसके बाद व्रत का संकल्प लें और प्रार्थना करें कि आपका व्रत विधि-विधान से निर्विघ्न संपन्न हो सके।

- विधि-विधान से भगवान विष्णु के पूजन के बाद आंवले के वृक्ष की पूजा करें।

- वृक्ष के चारों ओर सफाई कर उसे गाय के गोबर से लीपकर पवित्र करें।

- वृक्ष की जड़ों के समीप ही एक वेदी बनाकर कलश स्थापित करें।

- अब वृक्ष पर देवताओं, तीर्थों एवं सागर को आमंत्रित करें।

- कलश जलाकर भगवान विष्णु की आराधना करें।

- भगवान से प्रार्थना करें कि वे आपको जीवन के प्रत्येक पलों में उचित मार्ग दिखाएं।

- विधि-विधान से पूजन के बाद ब्राम्हणों को भोजन कराएं एवं रात्रि जागरण कर भगवान विष्णु का भजन-कीर्तन करें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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