पद्मावती का ट्रेलर लॉन्च, किसी हैवान की तरह नजर आ रहे हैं रणवीर
पद्मावती का ट्रेलर लॉन्च, किसी हैवान की तरह नजर आ रहे हैं रणवीर
डिजिटल डेस्क,मुंबई। बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण और शाहिद कपूर स्टारर फिल्म "पद्मावती" का ट्रेलर सोमवार दोपहर1 बजकर 3 मिनट पर रिलीज कर दिया गया। संजय लीला भंसाली की फिल्म कितनी भव्य होगी इसका अंदाजा ट्रेलर देखकर बखूबी लगाया जा सकता है। फिल्म का ट्रेलर देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। इस फिल्म और पोस्टर्स को लेकर जो भी उम्मीदें लगाई गई थीं, उन्हें ट्रेलर काफी हद तक पूरा करता दिख रहा है।
पद्मावती के अवतार में दीपिका किसी महारानी की ही तरह ही नजर आ रहीं हैं वो बेहद संजीदा लग रहीं हैं। वहीं शाहिद भी राणा रतन सिंह के रूप में एक जिम्मेदार महाराज की तरह लग रहे हैं।
बात अगर सुल्तान खिलजी की करें तो इनका किरदार निभा रहे रणवीर सिंह बाकी दो कलाकारों पर भारी दिख रहे हैं। ट्रेलर में उनका लुक और बेहतरीन एक्टिंग की झलक साफ देखी जा सकती है। रणवीर का भयावाह लुक फिल्म में जान फूंक रहा है। ट्रेलर देख कर साफ कहा जा सकता है कि फिल्म दर्शकों को निराश नहीं करेगी।
ट्रेलर की दमदार शुरुआत
ट्रेलर की शुरुआत में दीपिका पादुकोण की एंट्री दिखाई गई है। रानी पद्मावती के लुक में दीपिका का राजपूताना अंदाज बेमिसाल है। पहला सीन देख कर लगता है कि राणा रतन सिंह (शाहिद कपूर) अपनी रानी को ब्याह कर महल ला रहे हैं। ट्रेलर में दोने के बीच प्यार के कुछ पालों को भी दिखाया गया है,लेकिन ट्रेलर में खिलजी (रणवीर) की एंट्री होते ही सारा फोकस वो ले जाते हैं।
फिल्म में जितना क्रेज पद्मावती के किरदार को लेकर था, उससे दोगुना क्रेज खिलजी के किरदार को लेकर बढ़ गया है। रणवीर का ऐसा अंदाज, लुक और अपियरेंस पहले कभी किसी फिल्म में देखने को नहीं मिली है। जिस दीवानगी और हैवानियत के साथ उनके किरदार को पेश किया गया है वो किरदार जहन से जल्द बाहर नहीं निकल सकता।
पूरे ट्रेलर में सिर्फ दो डायलॉग सुनाई देते हैं एक शाहिद का और दूसरा दीपिका का। इन दोनों के ही डायलॉग्स से अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म में सीन और किरदारों के लुक्स के साथ-साथ डायलॉग्स भी दमदार होंगे।
क्यों 1 बजकर 3 मिनट पर रिलीज किया गया ट्रेलर?
फिल्म का ट्रेलर 9 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 3 मिनट (13:03) बजे पर रिलीज किया गया। जबसे ट्रेलर रिलीज होने का वक्त सामने आया था तब से सबके मन में ये सवाल था कि क्यों ये ही वक्त चुना गया। दरअसल ये फिल्म संजय लीला भंसाली की है वो कोई काम बिना किसी वजह के नहीं करते हैं। हम आपको बता दें कि भंसाली साहब ने ये वक्त इस लिए तय किया, क्योंकि 1303 ईसवी की तारीख राजा रावल रत्न सिंह और अलाउद्दीन खिलीज के बीच हुई लड़ाई की गवाह है।