ट्रेजडी क्वीन का 85वां बर्थडे : मीना कुमारी को देख अक्सर डायलॉग भूल जाया करते थे राजकुमार

ट्रेजडी क्वीन का 85वां बर्थडे : मीना कुमारी को देख अक्सर डायलॉग भूल जाया करते थे राजकुमार

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-31 19:38 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अपने दमदार और संजीदा अभिनय से सिने प्रेमियों के दिलों पर छा जाने वाली ट्रेजडी क्वीन मीना कुमारी का आज 85वां जन्मदिन है। मीना कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1933 को हुआ था। वे एक मशहूर भारतीय फिल्म अभिनेत्री के साथ साथ, एक गायिका और कवियत्री भी थीं। फिल्म इंडस्ट्री में वे ट्रेजेडी क्वीन और फीमेल गुरु दत्त के नाम से भी जानी जाती हैं। उन्हें भारतीय फिल्मों की सिंड्रेला के रूप में याद किया जाता है। मीना कुमारी ने अपनी खूबसूरती से करोड़ों लोगों को अपना दीवाना बनाया। वे एक ऐसी अभिनेत्री थीं जिनके साथ हर कलाकार काम करना चाहता था। इतना ही नहीं उनके ऐसे कई दीवाने भी थे जो उनके इश्क में पागल थे। जन्मदिन के खास मौके पर आइए डालते हैं एक नजर उनके इश्क में पागल ऐसे ही कुछ खास दीवानों पर... 

मीना को देख राजकुमार भूल जाते थे डायलॉग
अंधेरी रात है, ट्रेन की सीटी बजती है, एक अजनबी ट्रैन के कम्पार्टमेंट में आता है, मीना कुमारी गहरी नींद में डूबी हैं, उनके बेहद खूबसूरत मेहंदी लगे पांव, उन्हें ये अहसास भी न हुआ कि कोई अजनबी उनके पैरों का दीवाना हो गया! वो एक पर्चे पर लिखता है - "आपके पांव बहुत हसीन हैं, इन्हें जमीन पर मत उतारना, मैले हो जाएंगे।" और उस पर्चे को मीना कुमारी के पैरों की उंगलियों के बीच फंसा कर अगले स्टेशन पर उतर जाता है। जी हाँ, ये फ़िल्म पाक़ीज़ा का वही मशहूर सीन है, जिसके डायलॉग को आज भी हर खूबसूरत पैर की तारीफ में बार बार दोहराया जाता है, और यह अजनबी एक्टर थे राजकुमार। राजकुमार तो मीना कुमारी के इश्क़ में इस कदर पागल थे, कि सेट पर मीना डायलॉग्स बोलती, या एक्टिंग करती, तो राजकुमार एकटक उन्हें देखते, और कई बार अपने डायलॉग ही भूल जाते थे।

 



धर्मेंद्र को फिल्म से निकाल दिया
ये उन दिनों की बात है, जब धर्मेन्द्र और मीना कुमारी के इश्क के चर्चे हर जुबान पर थे। उन दिनों अफवाहें थीं कि मीना कुमारी का अपने पति कमाल अमरोही से अलग होने के बाद धर्मेंद्र के प्रति झुकाव पैदा हो गया है। धर्मेंद्र को पाकीज़ा के लिए साइन किया गया था, लेकिन उनके और मीना के अफेयर के किस्सों की वजह से कमल ने चिढ़कर धर्मेंद्र को फिल्म से निकाल दिया और उनकी जगह राजकुमार को साइन कर दिया। लेकिन इसके बाद भी कमाल के साथ धोखा हो गया। ट्रेन वाले सीन के बाद राजकुमार का दिल मीणा पर आ गया और ये किस्से भी जल्दी ही मशहूर होने लगे। जब इस सीन के दौरान, पहली बार मीना के पैर राजकुमार ने करीब से देखे तो वो भी खुद को उनसे इश्क करने से नहीं रोक पाए और नाराज़ कमाल ने राजकुमार से भी फिल्म में बहुत ही कम सीन्स करवाए।

 



भारत भूषण के साथ भी जुड़ा मीना का नाम
एक बेहद रोमांटिक गाना..."चलो दिलदार चलो, चांद के पार चलो"..., फिल्माया जा रहा था तब, कमाल ने राजकुमार और मीना को ज़्यादा न फिल्मा कर, खूबसूरत मौसम को शूट किया। राजकुमार ने मीना के साथ एक और बेहद रोमांटिक गाने में शूटिंग की है - "छू लेने दो नाजुक होठों को"...। इसमें उन्हें मीना के साथ इश्क फरमाने का अच्छा मौका मिला। ये गाना था फिल्म "काजल" का। इस फिल्म में धर्मेंद्र भी थे, लेकिन मीना और राजकुमार ने खूब सुर्खियां बटोरी। मीना कुमारी का नाम राजकुमार और धर्मेंद्र के अलावा भी कई लोगों से जोड़ा गया। कहा जाता है कि नायक भारत भूषण ने भी फिल्म "बैजू बावरा" के निर्माण के दौरान, अपने प्रेम का इजहार मीना कुमारी से किया था। इतने सारे चाहने वालों के बावजूद मीना कुमारी को नाम, इज्जत, शोहरत, काबिलियत, रुपया, पैसा सभी कुछ मिला पर सच्चा प्यार कभी नहीं मिल सका। इश्क में नाकाम मीना इस गम को भूलाने के लिए शराब के नशे में डूबी रहने लगीं। अत्यधिक शराब के सेवन से वो लिवर सिरोसिस की शिकार हो गई और फिल्म "पाकिजा" के रिलीज के कुछ ही हफ्तों बाद 31 मार्च 1972 को 39 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया।

 

 

Similar News