अमेरिका ने सीरिया पर किया मिसाइल अटैक, फ्रांस और ब्रिटेन भी साथ

अमेरिका ने सीरिया पर किया मिसाइल अटैक, फ्रांस और ब्रिटेन भी साथ

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-14 01:59 GMT
अमेरिका ने सीरिया पर किया मिसाइल अटैक, फ्रांस और ब्रिटेन भी साथ
हाईलाइट
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपनी आर्मी को सीरिया में हुए कथित कैमिकल अटैक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है।
  • बीते दिनों सीरिया के डूमा इलाके में कैमिकल अटैक हुआ था
  • अमेरिका ने इसी का जवाब देते हुए सीरिया की असद सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
  • सीरिया के खिलाफ कार्रवाई में ब्रिटेन और फ्रांस भी अमेरिका के साथ हैं।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपनी आर्मी को सीरिया में हुए कथित कैमिकल अटैक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने अपनी आर्म्ड फोर्स को सीरिया के खिलाफ मिसाइल हमले करने की इजाजत दे दी है। सीरिया के खिलाफ कार्रवाई में ब्रिटेन और फ्रांस भी अमेरिका के साथ हैं। दरअसल, बीते दिनों सीरिया के डूमा इलाके में कैमिकल अटैक हुआ था, अमेरिका ने इसी का जवाब देते हुए सीरिया की असद सरकार के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला लिया है।

 

 



डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?

न्यूयॉर्क टाइम्स ने व्हाइट हाउस के हवाले से कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी आर्म्ड फोर्सेस को सीरिया के खिलाफ मिसाइल अटैक करने के आदेश दिए हैं। ट्रंप ने कहा "मैंने अमेरिका की आर्म्ड फोर्सेस को सीरिया के तानाशाह बशर अल असद के कैमिकल वेपन्स बनाने के ठिकानों पर हमले के आदेश दिए हैं। इसका मकसद कैमिकल वेपन्स के इस्तेमाल और प्रोडक्शन पर रोक लगाना है।" व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ट्रंप ने बशर अल असद को "शैतान" बताया है। 

 

 



ब्रिटेन और फ्रांस भी हैं साथ

सीरिया के खिलाफ अमेरिका की इस कार्रवाई में फ्रांस और ब्रिटेन भी हैं। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने ट्वीटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि "मैंने ब्रिटिश आर्म्ड फोर्स को सीरियाई सरकार के कैमिकल वेपन्स की क्षमता को कम करने और उनके इस्तेमाल को रोकने के लिए हमले करने का आदेश दिया है। हम अपने अमेरिकी और फ्रांसिसी सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रहे है।" उन्होंने कहा "सीरियाई सरकार का सबसे क्रूर और घृणित तरीके से अपने ही लोगों के खिलाफ कैमिकल वेपन्स का इस्तेमाल करने का इतिहास रहा है। इसके अलावा इंटेलिजेंस रिपोर्ट से भी ये जानकारी मिली है कि सीरिया में हुए कैमिकल अटैक के लिए असद सरकार ही जिम्मेदार है।"

 

 


 

 

 

 

ट्रंप ने पहले ही दी थी धमकी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 अप्रैल को ट्वीट कर सीरिया पर हमले की चेतावनी दी थी। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा "मैंने ये कभी नहीं कहा कि सीरिया पर हमला कब होगा? ये बहुत जल्दी भी हो सकता है और इसमें समय भी लग सकता है। मेरे शासन में अमेरिका ने ISIS से छुटकारा दिलाने में बड़ा काम किया है। हमारा "थैंक्यू अमेरिका" कहां है?" इससे एक दिन पहले ट्रंप ने एक और ट्वीट कर हमले के लिए रूस को तैयार रहने के लिए कहा था। ट्रंप ने ट्वीट में लिखा "रूस ने अगर सीरिया पर आने वाली हर मिसाइल को रोकने की कसम ली है, तो रूस तैयार हो जाए। क्योंकि नई और स्मार्ट मिसाइलें जल्द आने वालीं हैं। रूस को गैस से लोगों को मारकर खुश होने वाले जानवर का साथ नहीं देना चाहिए।"

 



डूमा में हुआ था कैमिकल अटैक

पिछले हफ्ते सीरिया के डूमा इलाके में कैमिकल अटैक हुआ था, जिसमें कम से कम 70 लोगों के मारे जाने की खबर थी। इसके साथ ही 500 से ज्यादा लोग इस हमले की चपेट में आ गए थे। अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि इस अटैक में "नर्व" गैस का इस्तेमाल किया गया, जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई और उनके मुंह से झाग निकलने लगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले का आरोप सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद, रूस और ईरान पर लगाया था। हालांकि रूस ने कहा था कि वहां कोई कैमिकल अटैक नहीं हुआ है।

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