कोरोना से जंग: WHO ने की मुंबई के धारावी मॉडल की तारीफ, कहा- अब भी महामारी को रोका जा सकता है

कोरोना से जंग: WHO ने की मुंबई के धारावी मॉडल की तारीफ, कहा- अब भी महामारी को रोका जा सकता है

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-11 08:42 GMT
कोरोना से जंग: WHO ने की मुंबई के धारावी मॉडल की तारीफ, कहा- अब भी महामारी को रोका जा सकता है
हाईलाइट
  • WHO ने धारावी का उदाहरण देकर कहा- काबू में कर सकते हैं संक्रमण
  • कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए धारावी मॉडल की तारीफ

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस से दुनियाभर में कोहराम मचा हुआ है। दुनिया के शक्तिशाली देश तक वायरस की चपेट में हैं। इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए मुंबई के धारावी मॉडल (Dharavi Model) की तारीफ की है। इसके साथ ही WHO ने कहा, राष्ट्रीय एकता और वैश्विक एकजुटता से महामारी को कंट्रोल किया जा सकता है। संगठन ने धारावी का उदाहरण देते हुए कहा, राष्ट्रीय आक्रामक कार्रवाई से महामारी को अब भी रोका जा सकता है।

दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ अधमॉन टेडरॉस ने उन देशों की तारीफ की है, जिन्होंने कोरोना पर लगाम कसने में सफलता पाई है। इनमें स्पेन, इटली और दक्षिण कोरिया के नाम हैं। इसके अलावा टेडरॉस ने मुंबई स्थित दुनिया के सबसे बड़े स्लम एरिया धारावी का भी जिक्र किया। टेडरॉस ने अपने संबोधन में कोरोना की रोकथाम के लिए यहां चल रही कार्रवाई की तारीफ की।

WHO प्रमुख ने कहा, कोरोना को लेकर कुछ देशों के उदाहरण दिए जा सकते हैं। इनमें इटली, स्पेन और दक्षिण कोरिया और मुंबई का धारावी भी है। इन जगहों पर लोगों में बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया। कोरोना की मूलभूत बातों जैसे- टेस्टिंग, ट्रेसिंग और आइसोलेशन का पूरा ख्याल रखा गया। संक्रमण को रोकने और उसे खत्म करने के लिए हर बीमार आदमी का इलाज किया गया।

डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि, लोगों को एकजुट होकर ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी। इसमें देशों का नेतृत्व भी बड़ा रोल अदा करेगा। कई देश जिन्होंने संक्रमण को हल्के में लिया और प्रतिबंधों में ढील दी है अब वहां मामले फिर बढ़ने लगे हैं। हमें नेतृत्व, सामुदायिक भागीदारी और सामूहिक एकजुटता की जरूरत है।

कोरोना से जंग के लिए धारावी मॉडल 
मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस का पहला मामला 1 अप्रैल को सामने आया था। जिसके बाद डर था कि यहां स्थिति काफी बिगड़ सकती है, क्योंकि 80 प्रतिशत लोग सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। 8 से 10 लाख आबादी वाले इस इलाके में एक छोटे से घर में करीब 10 से 15 लोग रहते हैं।
कोरोना के प्रसार से पहले ही राज्य सरकार ने कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग, फीवर कैंप, लोगों को आइसोलेट करना और टेस्ट करना शुरू किया। स्कूल, कॉलेज को क्वारंटीन सेंटर बना दिया गया। अच्छे डॉक्टर, नर्स रखे गए और लोगों को तीनों टाइम अच्छा खाना दिया गया। स्लम एरिया धारावी में संक्रमण पर लगाम लगाना बड़ी चुनौती थी, लेकिन समय पर तेजी से लिए गए एक्शन की वजह से यहां कोरोना पर काबू पाया जा सका।

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