सऊदी ने खशोगी की हत्या छिपाने की सबसे घटिया कोशिशें कीं : ट्रंप

सऊदी ने खशोगी की हत्या छिपाने की सबसे घटिया कोशिशें कीं : ट्रंप

Bhaskar Hindi
Update: 2018-10-24 19:17 GMT
सऊदी ने खशोगी की हत्या छिपाने की सबसे घटिया कोशिशें कीं : ट्रंप
हाईलाइट
  • इस्तांबुल के सऊदी दूतावास में तीन हफ्ते पहले की गई हत्या के पीछे जो भी होगा वो समझ जाए कि वह एक बड़ी मुसिबत में है।
  • डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि खशोगी की हत्या पर सउदी अरब का कवर-अप अब तक का सबसे वर्स्ट कवर-अप है।
  • वॉशिंगटन पोस्ट के जर्नलिस्ट जमाल खशोगी की हत्या पर सऊदी अरब घिरता जा रहा है।

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। वॉशिंगटन पोस्ट के जर्नलिस्ट जमाल खशोगी की हत्या पर सऊदी अरब घिरता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि खशोगी की हत्या को छिपाने की जिस तरह की कोशिश सउदी अरब कर रहा है वह अब तक की सबसे खराब कोशिश (वर्स्ट कवर-अप) है। उन्होंने कहा कि इस्तांबुल के सऊदी दूतावास में तीन हफ्ते पहले की गई हत्या के पीछे जो भी होगा वो समझ जाए कि वह एक बड़ी मुसीबत में है।

मंगलवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, खशोगी की हत्या का प्लान बेहद खराब था। इसे खराब तरीके से अंजाम दिया गया और उसके बाद इसे छिपाने के लिए जिस तरह की कोशिशे की गई वह इतिहास की सबसे खराब छिपाने की कोशिशे हैं। ट्रंप ने कहा कि जिसका भी ये आईडिया था वह एक बड़ी मुसीबत में है और उसे बड़ी मुसीबत में होना भी चाहिए। ट्रम्प ने ये भी कहा कि "मैं पहले तथ्यों को देखना चाहता हूं। सऊदी अरब वास्तव में महान सहयोगी रहा है, जो शायद हमारे देश में सबसे बड़ा निवेशक है।" उन्होंने कहा कि उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन उम्मीद है कि बहुत जल्द मिल जाएगी।

वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ एक अलग इंटरव्यू में जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या यह MBS [सऊदी अरब क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान] और सऊदी नेतृत्व और अमेरिकी भागीदारी के बारे में आपकी सोच को बदलता है जिसे आपने सऊदी के साथ बनाने की कोशिश की है? इस पर ट्रंप ने कहा, "खैर, मैं अंतिम रिपोर्ट देखना चाहूंगा क्योंकि असली सवाल यह है कि क्या वह पहले से ही जानते थे या नहीं जानते थे? और जैसा कि आप जानते हैं, वे अपने स्टेटमेंट में कह रहे हैं कि उच्च स्तर पर इसकी जानकारी नहीं थी। मैं उम्मीद करता हूं कि यह मामला ऐसा ही हो।"

गौरतलब है कि खशोगी अमेरिकी निवासी थे। उन्होंने सऊदी अरब के किंग सलमान के शासन और उनके बेटे मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ कई लेख लिखे थे। आखिरी बार वह 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास के अंदर जाते हुए देखे गए थे। वह शादी के लिए जरूरी दस्तावेज लेने के लिए दूतावास में गए थे। बाद में खुलासा हुआ कि उनकी दूतावास में ही हत्या कर दी गई थी। सउदी ने भी इस बात को कबूल कर लिया है कि दूतावास में ही खशोगी की हत्या हुई है। हालांकि किंग मोहम्मद बिन सलमान कह चुके हैं कि उन्हें खशोगी की हत्या के बारे में जानकारी नहीं थी और जो भी इसके पीछे होगा उसपर कार्रवाई की जाएगी। तुर्की इस मामले की जांच कर रहा है और शुरू से ही सऊदी अरब को हत्या का आरोपी बता रहा है।

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