इक्वाडोर: कोरोना वायरस के डर से शव को देखे बिना दफनाया, महीने बाद घर लौटी महिला, घरवाले हैरान

इक्वाडोर: कोरोना वायरस के डर से शव को देखे बिना दफनाया, महीने बाद घर लौटी महिला, घरवाले हैरान

Bhaskar Hindi
Update: 2020-04-27 10:34 GMT
इक्वाडोर: कोरोना वायरस के डर से शव को देखे बिना दफनाया, महीने बाद घर लौटी महिला, घरवाले हैरान

डिजिटल डेस्क, क्विटो। नोवल कोरोना वायरस (Novel Corona Virus) से पूरी दुनिया लड़ रही है। इस खतरनाक वायरस से मरने वालों का आंकड़ा दो लाख के पार हो गया। इस संक्रमित कोविड-19 वायरस (COVID-19 Virus) के डर के कारण लोग शव को देखे
बिना ही उसका अंतिम संस्कार या दफन कर रहे हैं। ऐसे में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक परिवार ने शव को देखे बिना दफना दिया, बाद में वह महिला जिंदा पाई गई।

दरअसल मामला इक्वाडोर (Ecuador) का है। जहां 74 वर्षीय अल्बा मरूरी (Alba Maruri) को तेज बुखार और सांस लेने में परेशानी के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया था। नोवल कोरोना वायरस जैसे लक्षण होने के कारण डॉक्टर ने उन्हें इंटेंसिव केयर यूनिट में रखा। 27 मार्च को डॉक्टर ने अल्बा की बहन को फोन की उनकी मौत की सूचना दी। 

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हॉस्पिटल प्रशासन ने अल्बा मरूरी के घरवालों को शव दिखाकर पहचान करने के लिए भी कहा था, लेकिन वायरस के डर से कोई उसके पास नहीं गया। दूर से उन्होंने शव को देख और इसे अल्बा मरूरी समझकर दफना दिया। 

इस बीच 23 अप्रैल को अल्बा को होश आया और डॉक्टरों को अपने बारे में बताया। इसके हॉस्पिटल प्रशासन ने उनके घरवालों को जानकारी दी और उन्हें घर सुरक्षित पहुंचाया। इस पूरे मामले पर अस्पताल कर्मचारियों ने उनके घरवालों से माफी मांगी। वहीं अल्बा के परिवार वालों ने भी अनजान शव के अंतिम संस्कार में हुए खर्च के लिए मुआवजा की मांग की है। 
 

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