फजल ने मार्च के इस्लामाबाद पहुंचने की तारीख बदली, 27 अक्टूबर को मनाएंगे कश्मीर ब्लैक डे
फजल ने मार्च के इस्लामाबाद पहुंचने की तारीख बदली, 27 अक्टूबर को मनाएंगे कश्मीर ब्लैक डे
इस्लामाबाद, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। जमियते उलेमाए इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुररहमान ने इमरान सरकार के खिलाफ अपने आजादी मार्च की तारीख में बदलाव किया है। मार्च अब 27 अक्टूबर के बजाए 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में दाखिल होगा। पार्टी 27 अक्टूबर को देश में कश्मीर काला दिवस मनाएगी।
पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मौलाना फजल ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी अब कश्मीरियों से एकजुटता दिखाने के लिए 27 अक्टूबर को उनके साथ मिलकर कश्मीर ब्लैक डे मनाएगी।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में सत्तारूढ़ तहरीके इनसाफ पार्टी के नेता लगातार कहते रहे हैं कि मौलाना फजल 27 अक्टूबर को मार्च निकालकर कश्मीर मुद्दे को कमजोर कर रहे हैं क्योंकि इसी दिन 1947 में कश्मीर में भारतीय सेना पहुंची थी जिसके खिलाफ पाकिस्तान में विरोध दिवस मनाया जाता है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री एजाज शाह ने तो यहां तक कहा था, पंडित (जवाहरलाल) नेहरू ने 1947 में इसी दिन कश्मीर पर कब्जा कर लिया था। क्या मौलाना फजल दूसरे नेहरू बनकर इसी दिन इस्लामाबाद पर कब्जा करना चाहते हैं? मुझे नहीं लगता कि वह इस्लामाबाद आएंगे। यह उनके लिए राजनैतिक खुदकुशी के समान होगा।
साफ है कि मौलाना ने इन्हीं बातों के दबाव में मार्च की तिथि बदलने का ऐलान किया है।
मौलाना फजल ने कहा कि उनका मार्च देश में अलग-अलग शहरों में शुरू तो 27 अक्टूबर को ही होगा लेकिन इस दिन प्रदर्शन को मुख्य रूप से कश्मीर पर केंद्रित रखा जाएगा। यह सभी मार्च अब बाद में 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद पहुंचेंगे। पूरे देश से लोग इसी दिन इस्लामाबाद पहुंचेंगे।
यह पूछने पर कि क्या वह भी 27 अक्टूबर को किसी कार्यक्रम को संबोधित करेंगे, फजलुररहमान ने कहा कि वह अभी इसकी जानकारी नहीं देंगे।