अक्षय वेंकटेश को मिला नोबल ऑफ मैथ्स , 20 साल की उम्र में बने थे Phd होल्डर

अक्षय वेंकटेश को मिला नोबल ऑफ मैथ्स , 20 साल की उम्र में बने थे Phd होल्डर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-08-02 03:52 GMT
हाईलाइट
  • गणित के क्षेत्र में इसे "नोबल ऑफ मैथ्स" भी कहा जाता है।
  • भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश को गणित का विशिष्ट फिल्ड्स मेडल मिला।
  • ये फिल्ड्स मेडल 40 साल से कम उम्र के सबसे उदीयमान गणितज्ञ को दिया जाता है।

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई गणितज्ञ अक्षय वेंकटेश को गणित का विशिष्ट फिल्ड्स मेडल मिला है। हर चार साल में गणित के क्षेत्र में विशिष्ट फिल्ड्स मेडल दिया जाता है। गणित के क्षेत्र में इसे "नोबल ऑफ मैथ्स" भी कहा जाता है। 

 

 


ये फिल्ड्स मेडल 40 साल से कम उम्र के सबसे उदीयमान गणितज्ञ को दिया जाता है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ा रहे नई दिल्ली में जन्मे 36 वर्षीय अक्षय वेंकटेश गणित विषय में विशिष्ट योगदान के लिए दिया गया है। अक्षय के अलावा कैंब्रिज विश्वविद्यालय में इरानी-कुर्द मूल के प्रोफेसर कौचर बिरकर, बॉन विश्वविद्यालय में पढ़ाने वाले जर्मनी के पीटर स्कूल्ज और ईटीएच ज्यूरिख में इतालवी गणितज्ञ एलिसो फिगेली को भी दे मेडल दिया गया है। रिओ डी जेनेरियो में गणितज्ञों की अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस में उनके मेडल के लिए प्रशस्ति में और 15,000 कनाडाई डॉलर का नकद पुरस्कार मिला है। 

 

 

 

 

अक्षय वेंकेटश ने महज 13 साल की उम्र में अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली थी और 16 साल की उम्र यूनिवर्सिटी ऑफ ऑस्ट्रेलिया 1997 में मैथ्य में ग्रेज्यूशन किया। इसके बाद 20 साल की उम्र में पीएचडी पूरी करने के साथ ही डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। 

 


 

 

 

 

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