तेहरान में रुकीं सुषमा, ईरानी विदेश मंत्री से 'चाबहार बंदरगाह' पर की बात
तेहरान में रुकीं सुषमा, ईरानी विदेश मंत्री से 'चाबहार बंदरगाह' पर की बात
डिजिटल डेस्क, तेहरान। रूस दौरे से लौटते समय भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शनिवार को ईरान की राजधानी तेहरान में रुकीं। यहां सुषमा ने ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ से मुलाकात कर चाबहार बंदरगाह मामले में बातचीत की। यहां चंद घंटे के तेहरान ठहराव के दौरान जरीफ ने विदेश मंत्री के लिए दोपहर के भोज का आयोजन किया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुषमा रूसी शहर सोच्चि में शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेकर लौट रही थीं। इस दौरान वे तेहरान में कुछ घंटों के लिए रुक गईं। यहां सुषमा ने जावेद से द्विपक्षीय तथा साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।
स्वराज की संक्षिप्त ईरान यात्रा वहां भारत के सहयोग से बन रहे चाबहार बंदरगाह के प्रथम चरण के कार्यान्वयन की पूर्वसंध्या पर हुई है। भारत से अफगानिस्तान के लिए 15 हजार टन गेहूं की तीसरी खेप लेकर आए भारतीय पोत ने शनिवार को चाबहार के पास पहुंच कर लंगर डाल दिया है। ईरान ने अपने सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में स्थित इस बंदरगाह को विकसित करने के लिए करीब एक अरब डॉलर का निवेश किया है। इस बंदरगाह पर एक लाख टन क्षमता वाले जलपोतों का संचालन किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने गत वर्ष चाबहार बंदरगाह होकर अफगानिस्तान को माल परिवहन को लेकर एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। भारत ने ईरान अफगानिस्तान सीमा पर कारांज से लेकर डेलारम तक सड़क भी तैयार कर दी है।