प्रस्ताव: फिनलैंड की PM सना मारिन बोलीं-हफ्ते में 4 दिन 6 घंटे होगा काम, इससे बढ़ेगा प्रोडेक्शन

प्रस्ताव: फिनलैंड की PM सना मारिन बोलीं-हफ्ते में 4 दिन 6 घंटे होगा काम, इससे बढ़ेगा प्रोडेक्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-07 03:32 GMT
हाईलाइट
  • फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारिन का नया प्रस्ताव
  • इस कार्यशैली से बढ़ेगा प्रोडेक्शन
  • परिवार को भी दे पाएंगे समय- PM मारिन
  • कर्मचारियों को हफ्ते में 4 दिन 6 घंटे करना होगा काम

डिजिटल डेस्क, हेल्सिंकी। महीनेभर पहले ही फिनलैंड में दुनिया की सबसे युवा प्रधानमंत्री बनीं सना मारिन ने हफ्ते में चार दिन और रोज 6 घंटे काम का प्रस्ताव लाकर सबको चौंका दिया। सोमवार को कैबिनेट की पहली बैठक में लचीले कामकाज का प्रस्ताव पेश करते हुए मारिन ने कहा- ‘देश में अब राेज 8 घंटे और हफ्ते में 5 दिन काम करने की जरूरत नहीं होगी। इससे बचने वाले समय को लोग परिवार और प्रियजनों के बीच बिताएं। इससे परिवार तो मजबूत होगा ही, देश की उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी।’

स्वीडन देश के कामकाज का हवाल
मारिन ने पड़ोसी देश स्वीडन का हवाला देते हुए कहा कि वहां 2015 में हफ्ते में 6 घंटे रोज काम करने के फैसले से क्रांतिकारी बदलाव आया है। वहां न सिर्फ उत्पादकता बढ़ी, बल्कि अमीरी और खुशहाली के पैमाने में भी उसने दाे पायदान छलांग लगाई। फिनलैंड के लाेगाें ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है।

समानता पर विश्वसा रखती हैं सना मारिन
दुनिया के सबसे खुशहाल देश फिनलैंड की पीएम समानता में विश्वास रखती हैं। उनका मानना है कि किसी भी इनसान को एक हफ्ते में सिर्फ 24 घंटे काम करना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा समय परिवार को देना चाहिए। पिछली सरकार में जब एंटी रिने प्रधानमंत्री थे, तब सना परिवहन मंत्री थीं। अगस्त 2019 में भी उन्होंने सरकार के समक्ष हफ्ते में चार दिन और 6 घंटे काम का प्रस्ताव रखा था। लेकिन तब इसे यह कहकर खारिज कर दिया गया था कि इससे देश को फायदा कम, नुकसान ज्यादा हाेगा। इसके बाद जब यहां डाक कर्मचारियों ने लंबी हड़ताल की तो प्रधानमंत्री एंटी रिने को इस्तीफा देना पड़ गया था। डाक कर्मचारियों की मांगाें में काम के समय में कटौती भी शामिल थी।

शिक्षा मंत्री ली एंडरसन ने प्रस्ताव का किया स्वागत
कार्य दिवस में कटौती के प्रस्ताव का वामपंथी गठबंधन की नेता और शिक्षा मंत्री ली एंडरसन ने स्वागत करते हुए कहा- ‘फिनलैंड में महिलाओं का शासन है इसलिए लोगों को कम काम करने की अनुमति दी जा रही है, ऐसा नहीं है। हम मतदाताओं से किया वादा निभा रहे हैं।’ उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट जापान का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां अभी पिछले नवंबर में ही चार दिन काम को मंजूरी दी गई थी। परिणाम यह रहा कि उत्पादन में 39.9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। कार्य दिवस कम करने से यह भी पता चला कि कर्मचारी पहले की अपेक्षा अधिक खुश थे।

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