खशोगी मिसिंग केस : पोम्पियो की सऊदी किंग से मुलाकात, सऊदी कर सकता है हत्या की बात स्वीकार
खशोगी मिसिंग केस : पोम्पियो की सऊदी किंग से मुलाकात, सऊदी कर सकता है हत्या की बात स्वीकार
- US मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सऊदी अरब शासन स्वीकार कर सकता है कि इस्तानबुल में खशोगी की हत्या की गई।
- अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सऊदी किंग सलमान से जर्नलिस्ट जमाल खशोगी के मामले में मुलाकात की।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक ये मुलाकात महज 15 मिनट तक ही चली।
डिजिटल डेस्क, रियाद। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने मंगलवार को सऊदी अरब के किंग सलमान से जर्नलिस्ट जमाल खशोगी के गुम होने के मामले को लेकर मुलाकात की। हालांकि ये मुलाकात महज 15 मिनट तक ही चली। पोम्पियो का मोटरकेड रोयल पैलेस में 4:42 AM ET पर पहुंचा और महज 26 मिनट बाद वह वहां से लौट गए। जिस जगह पर मोटरकेड ने पोम्पियो को छोड़ा और जहां पर मीटिंग हुई, इन दोनों के बीच अच्छा खासा वॉकिंग डिस्टेंस है। इसी वजह से माना जा रहा है कि ये मुलाकत 15 मिनट से ज्यादा नहीं चली होगी। इधर, US मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि सऊदी अरब शासन एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है जिसमें वह स्वीकार करेगा कि पत्रकार जमाल खशोगी की मौत इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में पूछताछ के दौरान हुई।
पोम्पियो और किंग सलमान की मुलाकात से पहले तुर्की फॉरेंसिक टीम ने इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में पहुंचकर तफ्तीश की और इस मामले से जुड़े सबूतों की तलाश की। तुर्की अधिकारियों की ये जांच करीब 9 घंटों तक चली। तुर्की के जांच अधिकारियों ने इस्तांबुल में सऊदी के वाणिज्य दूत के आवास पर भी तलाशी अभियान चलाने की परमिशन मांगी थी जो उन्हें मिल गई है। बता दें कि तुर्की के अधिकारियों का कहना है कि सऊदी अरब ने खशोगी की इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में हत्या करा दी है। अमेरिका के प्रेसिडेंट भी सऊदी को चेतावनी दे चुके हैं कि अगर खशोगी की हत्या में उसका हाथ हुआ तो उसे गंभीर परिणाम भुगतना होगा। इसे लेकर उन्होंने सऊदी के किंग से फोन पर बात भी की थी। हालांकि सऊदी अरब, खशोगी की हत्या के आरोपों को खारिज करता रहा है।
ट्विटर पर एक पोस्ट में, ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने सऊदी के किंग से फोन पर बात की है। सऊदी किंग ने साफ तौर पर कहा है कि उन्हें ये नहीं पता है कि खशोगी के साथ आखिर क्या हुआ? सलमान ने ट्रंप से कहा था कि वह तुर्की के साथ मिलकर इसका जवाब खोजने के लिए काम कर रहे हैं। वहीं ट्रंप ने कहा था कि वह यूएस सेक्रेटरी माइक पोम्पियो को तत्काल सऊदी अरब किंग से मिलने के लिए भेज रहे हैं। इससे पहले ट्रंप ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वाशिंगटन पोस्ट के कॉन्ट्रीब्यूटर खशोगी के गायब होने के पीछे सऊदी अरब का हाथ हो सकता हैं। खशोगी तब से मिसिंग है, जब से वह 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित वाणिज्य दूतावास में गए थे।
गौरतलब है कि खशोगी अमेरिकी निवासी हैं। उन्होंने सऊदी अरब के किंग सलमान के शासन और उनके बेटे मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ भी कई लेख लिखे थे। आखिरी बार वह 2 अक्टूबर को इस्तांबुल स्थित सऊदी दूतावास के अंदर जाते हुए देखे गए थे। खशोगी के दोस्तों का कहना है कि कई सऊदी अधिकारियों ने खशोगी से संपर्क कर सुरक्षा प्रदान करने और ऊंचे पद पर सरकारी नौकरी देने को भी कहा था। लेकिन उन्होंने शर्त रखी थी कि खशोगी को सऊदी वापस आना होगा, लेकिन उन्हें इन सभी प्रस्तावों पर शक था।