अफगानिस्तान की दो मस्जिदों में आत्मघाती हमला ; 72 से ज्यादा की मौत

अफगानिस्तान की दो मस्जिदों में आत्मघाती हमला ; 72 से ज्यादा की मौत

Bhaskar Hindi
Update: 2017-10-20 16:59 GMT
अफगानिस्तान की दो मस्जिदों में आत्मघाती हमला ; 72 से ज्यादा की मौत

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान की दो मस्जिदों में किए गए आत्मघाती हमलों में 72 लोगों की मौत हो गई है। पहली घटना अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित एक शिया मस्जिद में हुई जहां आत्मघाती हमलावर के सुसाइड अटैक में 39 लोग मारे गए। एक सीनियर सिक्यूरिटी आफीसर ने बताया कि हाल के दिनों में आतंकियों ने शिया अल्पसंख्यकों पर किए जाने वाले हमलों की कड़ी में यह हमला किया गया है। काबुल से सटे हुए पश्चिमी दस्त ए बार्ची में स्थित इमाम जमन मस्जिद में यह सुसाइड अटैक उस समय किया गया, जब बड़ी संख्या में शिया धर्मावलंबी मस्जिद में प्रार्थना के लिए एकत्र हुए थे। सेंट्रल घोर प्रांत में किए गए एक अन्य सुसाइड अटैक में 33 लोगों के मारे जाने की खबर है। उल्लेखनीय है कि दोनों हमले ऐसे समय हुए हैं, जब अंतरराष्ट्रीय शक्तियां तालिबान को वार्ता की मेज पर लाने के लिए ओमान में बैठक कर रही हैं।

बढ़ सकती है मरने वालों की संख्या
एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि काबुल स्थित शिया मस्जिद में मरने मारे गए लोगों की वास्तविक संख्या का अब तक ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक सूचनाओं में बताया गया है कि सुरक्षा अधिकारियों ने मौके से 39 से अधिक लाशें बरामद करने की बात स्वीकार की है। उन्होंने आशंका जताई कि इस भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या और ज्यादा हो सकती है। मेजर जनरल अलीमस्त मोहम्मद ने बताया कि आत्मघाती हमलावर दस्त ए बार्ची स्थित इमाम जमन मस्जिद में पैदल चलते हुए आया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आत्मघाती हमलावर ऊपर से बेहद शांत दिखाई दे रहा था। वह आराम से प्रार्थना के लिए एकत्र हुई भीड़ के बीच पहुंचा और फिर विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया। उसके चारो ओर भीड़ थी इस लिए बड़ी संख्या में लोग विस्फोट की चपेट में आ गए। इस क्षेत्र में स्थित अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद साबिर नसीब ने बताया कि हमले में मारे गए दो लोगों की लाशें अस्पताल लाई गई हैं। उन्होंने बताया कि दो घायल लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दूसरे सुसाइड अटैक में मारे गए 33 लोग
अफगानिस्तान के घोर प्रांत में जमियत पालिटिकल पार्टी के नेता को लक्ष्य कर मस्जिद में किए गए सुसाइड अटैक में 33 लोगों के मारे जाने की खबर है। बाख प्रोवेंशियल गवर्नर अता मोहम्मद नूर के बयान में बताया गया है कि सुसाइड अटैक जमियत पार्टी के एक प्रमुख नेता को लक्ष्य करके किया गया। शुरूआती खबरों में बताया गया था कि यह नेता हमले में मारा गया, लेकिन बाद में इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। इस हमले में अनेक लोग घायल हुए हैं। घायलों को उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा अफसरों ने बताया कि घायलों में कुछ लोगों की हालत गंभीर है। इस हमले की भी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इस तरह दोनों हमलों में कम से कम 72 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।

इस साल मारे गए शिया समुदाय के 84 लोग
शिया समुदाय के धार्मिक स्थल को निशाना बना कर किए गए इस हमले की अब तक किसी भी आतंकी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। फिछले कुछ समय से शिया समुदाय के लोगों को निशाना बना कर किए गए हमलों में अनेक लोगों को मौत हो गई है, जबकि अनेक लोग घायल हुए हैं। लगातार हो रहे हमलों से देश में अल्पसंख्य शिया समुदाय दहशत में है। पिछले सप्ताह जारी यूनाइटेड नेशंन की रिपोर्ट के अनुसार इस साल अब तक शिया समुदाय की मस्जिदों या धार्मिक समारोहों पर किए गए हमलों में 84 लोग मारे गए हैं, जबकि 194 लोग घायल हुए हैं। इनमें से अगस्त और सितंबर में काबुल में स्थित दो मस्जिदों में दो हमले किए गए हैं। काबुल में 400 से अधिक शिया मस्जिदें हैं। अफगानिस्तान की कुल आबादी में शिया समुदाय के लोगों की संख्या दस फीसदी बैठती है। सैद्धांतिक धार्मिक मतभेदों के कारण शिया और सुन्नी समुदाय के लोग लंबे समय से एक दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं। अफगानिस्तान के अधिकांश शिया ट्वेल्वर ब्रांच से संबंधित हैं। इसमें हाजरा जातीय समूह और किजिल्बाश समूह शामिल हैं, जो मूल रूप से पूर्वी इरान से यहां आकर बस गए हैं। 
 

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