हाफिज की UN से अपील, हटाया जाए आतंकियों की लिस्ट से नाम

हाफिज की UN से अपील, हटाया जाए आतंकियों की लिस्ट से नाम

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-28 04:40 GMT

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। रिहाई का जशन मनाने के बाद अब जमात-उद-दावा के चीफ और मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद ने UN में अपील की है। हाफिज ने कहा है कि उसका नाम आतंकियों की लिस्ट से हटा दिया जाए क्योंकि वो कोई आंतकी नहीं है। उनकी ये अर्जी लाहौर की एक कानूनी फर्म के जरिए से लगाई गई है। आपको बता दें कि हाफिज सईद 23 नवंबर को नजरबंदी से रिहा हुआ था। 

UN में अपील लाहौर की कानूनी फर्म "मिर्जा एंड मिर्जा" की ओर से की गई है। जब ये अपील की गई उस दौरान हाफिज नजरबंद ही था। हाफिज के लिए अर्जी दाखिल करने वाले नावेद रसूल मिर्जा पाकिस्तान के नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो में वकील रह चुके हैं, इसके अलावा पंजाब सरकार के एडवोकेट जनरल भी रह चुके हैं।

नजरबंदी से बाहर निकला है हाफिज


26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद को नजरबंदी से 23 नवंबर को रिहाई मिल गई है। बता दें कि पाक सरकार ने हाईकोर्ट में हाफिज सईद की नजरबंदी बढ़ाने की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया। इसका एक बड़ा कारण पाकिस्तानी सरकार द्वारा सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत कोर्ट में पेश न करना है।

जनवरी से था नजरबंद


हाफिज को पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी को सईद और उसके चार सहयोगियों को 90 दिनों के लिए हिरासत में लिया था। सईद के साथ उसके साथी अब्दुल्ला उबैद, मलिक जफर इकबाल, अब्दुल रहमान आबिद और काजी काशिफ हुसैन को हिरासत में लिया गया था। प्रांतीय सरकार ने लोक सुरक्षा कानून के तहत उन्हें हिरासत में लिया था।

रिहाई के बाद दिखाए तेवर 


नजरबंदी खत्म होने के बाद हाफिज सईद ने एक बार फिर अपने पुराने राग अलापे थे। उसने अपनी रिहाई के लिए सभी को मुबारकबाद दी। साथ ही कहा कि कश्मीर आजाद होकर रहेगा और भारत मेरे पीछे पड़ा हुआ है। उसका कहना था कि मेरी रिहाई के बाद भारत को शर्मिंदा होना पड़ रहा है।

भारत और अमेरिका ने लगाई फटकार


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत सहित सम्पूर्ण अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान सरकार के इस कदम से आक्रोशित है। उन्होंने कहा, "आतंक को अंजाम देने वालों को न्याय के कटघरे में लाने के मामले में पाकिस्तान में गंभीरता का अभाव है। पाकिस्तान प्रतिबंधित आतंकवादियों को मुख्यधारा में लाना चाहता है। भारत इस बात से सख्त नाराज है।" वहीं अमेरिका के दक्षिण एशिया मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि हाफिज को रिहा कर पाक ने बता दिया है कि वे अपनी नीति नहीं बदलने वाले हैं। समय आ गया है कि पाकिस्तान का प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा रद्द कर दिया जाए। एक अमेरिकी विशेषज्ञ ब्रूस रीडल ने कहा, "मुंबई में 26/11 हमले के नौ साल बीतने के बाद भी अब तक इसका मुख्य साजिशकर्ता खुले में घूम रहा है। यह पाकिस्तान का आतंक के प्रति स्टैंड जाहिर करता है।

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