NASA-SpaceX Rocket Launch: चंद मिनटों में इतिहास रचने से चूका अमेरिका, अब 30 मई को होगी लॉन्चिंग

NASA-SpaceX Rocket Launch: चंद मिनटों में इतिहास रचने से चूका अमेरिका, अब 30 मई को होगी लॉन्चिंग

Bhaskar Hindi
Update: 2020-05-28 02:01 GMT

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अंतरिक्ष के क्षेत्र में अमेरिका करीब 9 साल बाद इतिहास रचने की कगार पर पहुंचा था, मगर चंद मिनटों में ही खराब मौसम ने इस मिशन पर पानी फेर दिया। अमेरिका के स्पेस एक्स (SpaceX) के ह्यूमन स्पेस मिशन को लॉन्चिंग से महज 17 मिनट पहले रोकना पड़ा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) निजी कंपनी स्पेस एक्स (SpaceX) के ड्रैगन (Dragon) स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) भेजने की तैयारी में था, लेकिन मौसम की खराबी को देखते हुए लॉन्चिंग टाल दी गई। अब 30 मई को एक बार फिर ह्यूमन स्पेस मिशन को लॉन्च करने का प्रयास किया जाएगा। 

30 मई को सुबह 11 बजे से लाइव कवरेज
नासा की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, मौसम के हालात की वजह से रॉकेट लॉन्च को टाला जा रहा है। अब लॉन्च की अगली संभावना 30 मई को अमेरिकी समय के अनुसार दोपहर 3.22 बजे होगी। इसकी लाइव कवरेज सुबह 11 बजे से शुरू होगी।

दरअसल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) निजी कंपनी स्पेस एक्स (SpaceX) के ड्रैगन (Dragon) स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) भेजने की तैयारी में था। इसके लिए स्पेसएक्स का एक रॉकेट नासा के दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले के साथ ड्रैगन कैप्सूल को लेकर कैनेडी अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से उड़ान भरने वाला था।

27 मई की रात 2.03 बजे नासा ने फॉल्कन-9 (Falcon 9) रॉकेट से दोनों अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स ISS के लिए रवाना होने ही वाले थे, लेकिन 16.54 मिनट पहले ही मिशन को रोक दिया गया। नासा ने बताया, खराब मौसम के कारण लॉन्चिंग को रोका गया है। अब यह मिशन तीन दिन बाद यानी 30 मई को होगा। 

स्पेस एक्स का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट फॉल्कन रॉकेट के ऊपर लगाया गया था। जिसके अंदर अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले बैठे थे। दोनों अंतरिक्ष यात्री पहले भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा कर चुके हैं।

गौरतलब है कि स्पेस एक्स अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी है। जोकि नासा के साथ मिलकर अंतरिक्ष मिशनों पर काम कर रही है।

बता दें कि, 27 जुलाई 2011 को नासा ने अपना सबसे सफल स्पेस शटल प्रोग्राम बंद किया था। इसी दिन स्पेस शटल एटलांटिस धरती पर लौटा था। इस प्रोग्राम के जरिए स्पेस स्टेशन के लिए 135 उड़ानें भरी गई थीं। इस प्रोग्राम में 300 से ज्यादा एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा गया। 2011 के बाद से अमेरिका रूसी और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसियों के रॉकेट के जरिए अपने अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन पर भेजता आ रहा है।

 

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