अब नॉर्थ कोरिया के 'बैलिस्टिक मिसाइल' की जद में कई अमेरिकी शहर

अब नॉर्थ कोरिया के 'बैलिस्टिक मिसाइल' की जद में कई अमेरिकी शहर

Bhaskar Hindi
Update: 2017-07-29 06:27 GMT
अब नॉर्थ कोरिया के 'बैलिस्टिक मिसाइल' की जद में कई अमेरिकी शहर

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को इंटरकॉन्टिनेंटल "बैलिस्टिक मिसाइल" का परीक्षण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बार फिर हड़कंप मचा दिया है। परीक्षण कर किम जोंग ने पूरे विश्व को ये साबित कर दिया है कि अमेरिका, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चाहे कितना भी दबाव बना ले, लेकिन वो सब कुछ ताक पर रखकर अमेरिका को चुनौती देने के लिए हमेशा तैयार रहेगा। माह की शुरुआत में 4 जुलाई को उत्तर कोरिया ने अपने पहले इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। 

मारक क्षमता लगभग पूरा अमेरिका 

इस बार के परीक्षण में मिसाइल हमले की मारक क्षमता इतनी है कि मिसाइल सीधा अमेरिका को भी अपनी जद में ले सकता है। इस मिसाइल टेस्ट के बाद कोरियन प्रायद्वीप में परेशानी बढ़ गई है। अगर मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस "इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल" के जरिए अमेरिका के लॉस ऐंजिलिस जैसे कई शहरों को निशाना बनाया जा सकता है। उत्तर कोरिया ने यह मिसाइल टेस्ट उस समय किया है, जब अमेरिकी कांग्रेस रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने के पक्ष में वोट कर रही थी। 

इस साल टेस्ट कीं 12 मिसाइलें   

इस साल उत्तर कोरिया ने 12 बार मिसाइल टेस्ट किए हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है, लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि अमेरिका इस मिसाइल के जद में है।पेंटागन ने ये भी पुष्टि कि है कि मिसाइल, जिसने  45 मिनट के लिए उड़ान भरी, ऐसा अनुमान है उसने 600 मील की यात्रा की और जापान के होकाइदो द्वीप के पश्चिम में उतरा, वो एक आईसीबीएम था। यह पिछली मिसाइल की तुलना में छह मिनट लंबा था जो कि  4 जुलाई को किया गया था।

जापान भी परेशान, अमेरिका ने की पुष्टि  

मिसाइल परीक्षण की जानकारी मिलने के बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने का फैसला किया। साथ ही उन्होंने कहा कि हम इसका एनालिसिस करेंगे और देश के लोगों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे। पेंटागन ने पुष्टि की है कि मिसाइल, जिसने  45 मिनट के लिए उड़ान भरी, ऐसा अनुमान है, उसने 600 मील की यात्रा की और जापान के होकाइदो द्वीप के पश्चिम में उतरा, वो एक आईसीबीएम था। यह पिछली मिसाइल की तुलना में छह मिनट लंबा था जो कि  4 जुलाई को किया गया था।

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