सऊदी प्रिंस ने पाक को दिया जोर का झटका, कश्मीर मुद्दे पर किया भारत का समर्थन

सऊदी प्रिंस ने पाक को दिया जोर का झटका, कश्मीर मुद्दे पर किया भारत का समर्थन

Bhaskar Hindi
Update: 2019-10-02 10:52 GMT
सऊदी प्रिंस ने पाक को दिया जोर का झटका, कश्मीर मुद्दे पर किया भारत का समर्थन

डिजिटल डेस्क, रियाद। दुनियाभर में इस्लामिक कार्ड खेलने वाले पाकिस्तान को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने जोर का झटका दिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने और राज्य के पुनर्गठन को लेकर भारत का समर्थन किया है। ऐसे में इस्लामिक ताकत माने जाने वाले सऊदी अरब का समर्थन हासिल करना भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत है। वहीं पाकिस्तान के लिए कश्मीर मुद्दे पर एक ओर झटका है। 

सऊदी अरब की राजधानी रियाद में बुधवार को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से द्विपक्षीय भेंट में भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की। उन्होंने सलमान को चर्चा के दौरान बताया कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाना उसका आंतरिक मामला है और पाकिस्तान इस मुद्दे को लेकर किस तरह से दुनियाभर में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है। इस पर प्रिंस सलमान ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में भारत की ओर से उठाए गए कदमों को समझते हैं।

भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने में जुटा पाक
बता दें कि 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था और सूबे को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। तब से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दुनियाभर के नेताओं के साथ बैठक में कश्मीर का मुद्दा.उठा रहे हैं, लेकिन उन्हें हर मोर्चे पर विफलता ही हाथ लगी है। दुनिया के बड़े देशों ने भारत के रुख पर अपनी सहमति जताई है और कश्मीर को आंतरिक मसला बताया है।

सऊदी अरब के भारत में निवेश से तिलमिला पाक
कुछ दिन पहले ही दुनिया के सबसे बड़े कच्चे तेल निर्यातक सऊदी अरब ने भारत से अपने व्यापारिक रिश्ते मजबूत करने को लेकर बड़ा फैसला लिया था। सऊदी अरब भारत में 100 अरब डॉलर (करीब 7 लाख करोड़ रुपए) का निवेश करेगा। भारत में विकास की संभावनाओं को देखते हुए यह निवेश मुख्य रूप से पेट्रोकेमिकल्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और खनन समेत कई अन्य क्षेत्रों में किया जाएगा।

भारत में सऊदी अरब के राजदूत डॉ. सऊद बिन मुहम्मद अल साती ने कहा था कि उनके देश के लिए भारत बेहद आकर्षक निवेश बाजार है। ऐसे में सऊदी अरब तेल, गैस व खनन जैसे महत्वपूर्ण सेक्टर में भारत के साथ लंबी अवधि की साझेदारी का लक्ष्य रख रहा है। उन्होंने भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता भी दोहराई। इसके बाद पाकिस्तान तिलमिला गया और अपने लिए समर्थन मांगने पाक पीएम सऊदी अरब पहुंच गए, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी।

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