नूपुर शर्मा के बयान पर दिखाई आंख, अब गेहूं के लिए भारत की मान मनौव्वल कर रहे ये इस्लामिक देश

इस्लामिक देश झुके! नूपुर शर्मा के बयान पर दिखाई आंख, अब गेहूं के लिए भारत की मान मनौव्वल कर रहे ये इस्लामिक देश

Anupam Tiwari
Update: 2022-06-14 12:54 GMT
नूपुर शर्मा के बयान पर दिखाई आंख, अब गेहूं के लिए भारत की मान मनौव्वल कर रहे ये इस्लामिक देश
हाईलाइट
  • भारत ने पिछले महीने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था
  • भारत में गेहूं का अनुमानित उत्पादन करीब 105 मिलियन मीट्रिक टन

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की निलंबित नेत्री नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद दुनियाभर के कई मुस्लिम देशों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। ईरान, कुवैत, कतर, पाकिस्तान, सऊदी अरब समेत अन्य इस्लामिक देशों ने भारत से अपना विरोध दर्ज कराया था और कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। अब कुछ मुस्लिम देशों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।

डीएनए हिंदी के मुताबिक, भारत ने पिछले महीने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और बांग्लादेश समेत कुल पांच देशों ने भारत से अनुरोध किया है कि इन देशों को गेहूं का निर्यात किया जाए। हालांकि भारत सरकार की तरफ से अभी तक गेहूं देने का कोई फैसला नहीं किया गया है। अगर भारत इन देशों को गेहूं निर्यात नहीं करता है तो खाद्यान्न संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। नूपुर शर्मा बयान पर अपनी आंखें दिखाने वाले कुछ इस्लामिक देश अब भारत के सामने घुटने टेकने को मजबूर हैं। 

भारत ने गेहूं निर्यात पर लगाया प्रतिबंध

गौरतलब है कि भारत ने बीते 13 मई को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत ने उस वक्त भी कहा था कि अपने पड़ोसी देशों और जरूरतमंद देशों को गेहूं का निर्यात किया जाता रहेगा। हाल ही में बांग्लादेश और इंडोनेशिया के अलावा कुछ अन्य देशों को 5 लाख टन गेहूं का निर्यात करने की मंजूरी भी दी गई थी। खबरों के मुताबिक, केंद्र सरकार 12 लाख टन गेहूं के निर्यात की मंजूरी दे सकती है। 

भारत में गेहूं उत्पादन

देश के वाणिज्य मंत्रालय रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022-2023 के लिए भारत में गेहूं का अनुमानित उत्पादन करीब 105 मिलियन मीट्रिक टन है। भारत को खुद की जरूरत के लिए करीब 30 मिलियन मीट्रिक टन की जरूरत है। जानकारों की माने तो भारत 2022-2023 में 70 लाख टन गेहूं का निर्यात कर सकता है।  

रूस-यूक्रेन युद्ध से दुनिया के सामने संकट गहराया

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण दुनिया के सामने खाद्यान्न संकट गहरा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों देश गेहूं के बड़े निर्यातक हैं। इसकी वजह से दुनिया में गेहूं की किल्लत दिख रही है। इन्हीं कारणों से दुनियाभर में गेहूं के कीमतें भी आसमान छू रही हैं।  
 

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