शांति वार्ता के लिए पाक पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

शांति वार्ता के लिए पाक पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

Bhaskar Hindi
Update: 2018-09-20 03:36 GMT
शांति वार्ता के लिए पाक पीएम इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
हाईलाइट
  • पाक पीएम का यह पत्र पीएम मोदी के उस संदेश का जवाब है जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच 'फलदायक और रचनात्मक' संबंधों का संकेत दिया था।
  • पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को शांति वार्ता के लिए लिखा पत्र
  • भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच मीटिंग का आग्रह किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत-पाक शांति वार्ता को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच मीटिंग कराने का जिक्र किया है। इमरान ने पीएम मोदी के संदेश के जवाब में ये पत्र भेजा है। पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच  "फलदायक और रचनात्मक" संबंधों का संदेश दिया था। इमरान खान ने भी पाकिस्तान चुनाव में अपनी जीत के बाद कहा था कि अगर संबंधों के सुधार की दिशा में भारत एक कदम आगे बढ़ाता है तो वह दो कदम आगे बढ़ाएंगे। 

बता दें कि इस महीने के बाद न्यूयॉर्क में यूनाइटेड नेशंस जनरल एसेंबली (UNGA) की मीटिंग होनी है। जिसमें पाकिस्तान भारत के साथ एक मीटिंग चाहता है। पिछले कुछ हफ्तों से यह अटकलें तेज हो रही थीं कि यूएन जनरल एसेंबली में स्वराज और कुरैशी के बीच मीटिंग होगी या नहीं। इमरान का पत्र भारत और पाकिस्तान के बीच ठोस संबंध दोबारा शुरू करने के लिए पहला औपचारिक प्रस्ताव भी माना जा रहा है। इमरान ने अपने पत्र में उस व्यापक द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया को फिर से शुरू कराने का आग्रह किया है जो दिसंबर 2015 में शुरू की गई थी।

गौरतलब है कि ये द्विपक्षीय वार्ता पहले होने वाली थी, लेकिन पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद वार्ता की यह प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। खान ने अपने पत्र में कहा है कि भारत और पाकिस्तान को आतंकवाद और कश्मीर संबंधित सभी बड़े मुद्दों का वार्ता के माध्यम से समाधान पर गौर करना चाहिए। 

एशिया कॉन्फ्रेंस में हुआ था ठोस संवाद 
भारत-पाकिस्तान को लेकर दिसंबर 2015 में सुषमा स्वराज हार्ट ऑफ एशिया कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद गई थी। उस समय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के स्तर पर पाकिस्तान के साथ आखिरी ठोस संवाद हुआ था। इस दौरान मोदी सरकार ने इस्लामाबाद को संकेत दिया था कि पाकिस्तानी धरती से संचालित होने वाले और भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी संगठनों पर ठोस कार्रवाई करके फलदायक बातचीत के लिए पाकिस्तान अनुकूल माहौल तैयार करे। 

इन मुद्दों पर बात करना चाहता है पाक 
पाकिस्तान भारत से जिन मुद्दों पर बात करना चाहता है उनमें शांति और सुरक्षा, सीबीएम, जम्मू-कश्मीर, सियाचिन, सर क्रीक, वुलर बैराज/तुलबुल नेविगेशन प्रॉजेक्ट, आर्थिक एवं वाणिज्यिक सहयोग, आतंकवाद निरोधी कदम, नारकोटिक्स कंट्रोल, मानवीय मुद्दे, लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान और धार्मिक पर्यटन" समेत कई मामले शामिल है।

 

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