पाकिस्तान: पीएम इमरान खान ने फिर अलापा कश्मीर का राग, कहा- जनमतसंग्रह से हो फैसला

पाकिस्तान: पीएम इमरान खान ने फिर अलापा कश्मीर का राग, कहा- जनमतसंग्रह से हो फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-17 05:22 GMT
पाकिस्तान: पीएम इमरान खान ने फिर अलापा कश्मीर का राग, कहा- जनमतसंग्रह से हो फैसला
हाईलाइट
  • कश्मीर के लोगों को फैसला करने दीजिए वे क्या चाहते हैं- इमखान खान
  • कश्मीर पांच महीनों से कैद में है- पीएम इमरान खान
  • भारत की बागडोर आरएसएस के हाथों में हैं-इमरान खान

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत सरकार को निशाने पर लिया है। पीएम इमरान ने जर्मन ब्रॉडकास्टर डैचे वैले (DW) की मुख्य संपादक इनेस पोल के साथ खास बातचीत में कश्मीर, आरएसएस, महात्मा गांधी, उइगर मुस्लिम जैसे कई अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह भारत और उसके पड़ोसी मुल्कों के लिए त्रासदी है कि उसकी बागडोर आरएसएस के हाथों में हैं, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की। 

जर्मन नाजियों से प्रेरित आरएसएस
इमरान खान ने कहा कि आरएसएस जर्मन नाजियों से प्रेरित है। जिस तरह नाजियों की विचाधारा अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत पर आधारित थी। वैसे ही संघ की विचारधारा मुसलमानों और ईसाईयों समेत अल्पसंख्यकों के प्रति नफरत पर आधारित है। उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति से संपन्न भारत को चरमपंथी चला रहे हैं। कश्मीर पांच महीनों से कैद में है। 

कश्मीर की त्रासदी हांगकांग प्रदर्शन से बड़ी
कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान पीएम ने कहा कि लोगों को फैसला करने दीजिए वे क्या चाहते हैं। पाक जनमतसंग्रह को तैयार है। कश्मीरियों को फैसला करने दीजिए वे हमारे साथ रहना चाहते हैं या खुद आजाद होना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हांगकांग के प्रदर्शनों पर मीडिया का किस तरह ध्यान है, लेकिन कश्मीर त्रासदी इससे कहीं बड़ी है। 

भारत एक बड़ा बाजार है
इमरान ने कहा कि पश्चिमी देशों के लिए व्यापारिक हित ज्यादा महत्वपूर्ण है। भारत एक बड़ा बाजार है। इसलिए कश्मीर में 80 लाख लोगों के साथ और बाकी अल्पसंख्यकों के साथ जो रहा है। उस पर नरम रवैया अपनाया जा रहा है। नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) का जिक्र करते हुए खान ने कहा कि ये पूरी तरह से भारत में रहने वाले मुसलमानों के खिलाफ है। 

चीन हमारा अच्छा दोस्त
मुस्लिम उइगर समुदाय पर हो रहे अत्याचार पर इमरान खान ने कहा कि चीन हमारा बहुत अच्छा दोस्त है। मुश्किल मौकों पर उसने हमारा साथ दिया है। खासतौर पर आर्थिक संकट हमारी सरकार को विरासत में मिला है। इसलिए हम चीन के साथ निजी तौर पर बात करते हैं, क्योंकि ये संवेदनशील मुद्दे हैं। 

हम शांति प्रक्रिया की तरफ आगे बढ़ रहे
पीएम इमरान खान ने अफगानिस्तान शांति वार्ता पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि हम शांति प्रक्रिया की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। उम्मीद है कि अमेरिका-तालिबान की बातचीत सफल हो। अफगानिस्तान हमारे लिए एक आर्थिक कोरिडोर बन सकता है। अफगान में शांति से खैबर पख्तून ख्वाह प्रांत में लोगों को फायदा होगा। 

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