नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने कहा- प्रतिरोध बल अजेय है, खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे

तालिबान का पंजशीर पर कब्जे का दावा खारिज नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने कहा- प्रतिरोध बल अजेय है, खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-06 12:36 GMT
नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट के नेता अहमद मसूद ने कहा- प्रतिरोध बल अजेय है, खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे
हाईलाइट
  • अहमद मसूद ने कहा- तालिबान से लड़ने वाला प्रतिरोध बल अजेय है
  • अहमद मसूद ने तालिबान के पंजशीर पर कब्जा करने के दावे को खारिज किया
  • मसूद ने कहा कि वह अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान के पंजशीर प्रांत में नेशनल रजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के नेता अहमद मसूद ने सोमवार को तालिबान के इस क्षेत्र पर कब्जा करने के दावे को खारिज कर दिया। उन्होंने दावा किया कि तालिबान से लड़ने वाला प्रतिरोध बल अजेय है। मसूद ने कहा कि वह अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे। पंजशीर में तालिबान के साथ चल रही लड़ाई में उनके सहयोगी फहीम दश्ती के कथित तौर पर मारे जाने के कुछ घंटे बाद उनकी यह टिप्पणी आई है।

अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए एक ऑडियो संदेश में, मसूद ने कहा, "प्रतिरोध बल अभी भी पंजशीर में मौजूद हैं और तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी है। उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के खिलाफ लड़ने का भी आह्वान किया। मसूद ने कहा कि पंजशीर में अफगानों पर हमला करने में पाकिस्तान शामिल था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पंजशीर में उनके परिवार के सदस्यों और सहयोगी फहीम दश्ती को मारने के लिए तालिबान की मदद की।

टोलो न्यूज के अनुसार, अहमद मसूद ने कहा, "सभी देश पाकिस्तान की संलिप्तता को जानते हैं लेकिन अभी भी चुप हैं। पाकिस्तान ने पंजशीर में अफगानों पर सीधे हमला किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने चुपचाप देखा। तालिबान लड़ाके पाकिस्तान की मदद से हमला कर रहे हैं।" मसूद ने कहा कि तालिबान बदला नहीं है बल्कि अधिक दमनकारी, क्रूर, चरमपंथी और हिंसक हो गया है।

इससे पहले नेशनल रेसिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान के फेसबुक पेज ने फहीम दश्ती की मौत की पुष्टि करते हुए एक बयान जारी किया था। NRF ने अपने फेसबुक संदेश में लिखा, "हमने आज दो प्यारे भाइयों और सहयोगियों और सेनानियों को खो दिया। फहीम दश्ती, अमीर साहब अहमद मसूद के कार्यालय के प्रमुख और फासीवादी समूह के खिलाफ लड़ाई में अफगानिस्तान के राष्ट्रीय नायक के भतीजे जनरल साहिब अब्दुल वदूद झोर। 

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