फेसबुक ने माना- हम रखते हैं यूजर्स के हर मूवमेंट पर नजर

फेसबुक ने माना- हम रखते हैं यूजर्स के हर मूवमेंट पर नजर

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-14 07:58 GMT
फेसबुक ने माना- हम रखते हैं यूजर्स के हर मूवमेंट पर नजर
हाईलाइट
  • कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा लीक स्कैंडल के बाद फेसबुक ने अमेरिकी संसद के उच्च सदन यूएस सीनेट को अपना जवाब दिया है जिसमें कंपनी ने 225 पेज के डॉक्यूमेंट में करीब 2 हजार सवालों के जवाब पेश किए हैं।
  • इसका सीधा मतलब है कि अगर आपके कम्प्यूटर पर फेसबुक लॉगइन है
  • तो माउस के हर क्लिक और की-बोर्ड के हर इस्तेमाल की खबर फेसबुक तक पहुंच रही है।
  • डेटा लीक विवाद के बाद से लगातार सवालों में घिरे फेसबुक ने माना है क

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि वह अपने यूजर्स के हर मूवमेंट पर नजर रखता है। डेटा लीक विवाद के बाद से  लगातार सवालों में घिरे फेसबुक ने माना है कि वो यूजर्स की निजी जानकारी, पसंद-नापसंद जानने के लिए उसके कम्प्यूटर के की-बोर्ड और माउस के मूवमेंट तक पर नजर रखता है।

 


 

इसका सीधा मतलब है कि अगर आपके कम्प्यूटर पर फेसबुक लॉगइन है, तो माउस के हर क्लिक और की-बोर्ड के हर इस्तेमाल की खबर फेसबुक तक पहुंच रही है। फेसबुक को पता होता है कि आपने कब और कितनी बार कहां से अपनी आईडी लॉग इन की है। कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा लीक स्कैंडल के बाद फेसबुक ने अमेरिकी संसद के उच्च सदन यूएस सीनेट को अपना जवाब दिया है जिसमें कंपनी ने 225 पेज के डॉक्यूमेंट में करीब 2 हजार सवालों के जवाब पेश किए हैं। 

 


सवालों के घेरे में प्राइवेसी 


कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा लीक के बाद से फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी लगातार सवालों के घेरे में है। बता दें कि अमेरिकी सीनेट में फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग से सवाल-जवाब भी किए गए थे। बाकी बचे सवालों के जवाब देने के लिए जकरबर्ग को समय दिया गया था। ऐसे सवाल कुल 2 हजारों सवालों के जवाब में फेसबुक ने 225 पेज के डॉक्यूमेंट के साथ फेसबुक ने अभी सवालों का जवाब दिया है।

 

 

खतरे में आपकी निजी जानकारी

आप जिस कम्प्यूटर, मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस से फेसबुक लॉग इन करते हैं, उसकी जानकारी पूरी फेसबुक को रहती है। मसलन- डिवाइस में कितना स्टोरेज बचा है, बैटरी कितनी है, कौन-कौन से फोटो गैलरी में हैं, किसके नंबर सेव हैं, फोन में कौन से वीडियो हैं, किसी जगह से आप लॉन इन कर रहे हैं, फेसबुक मैसेंजर से वीडियो चैट किससे करते हैं। इसके साथ ही फेसबुक ने कई बार नकारने के बाद अब कैमरा और माइक्रोफोन पर नजर रखने की बात को कबूल लिया है। उस हिसाब से वो यूजर को फेसबुक ऐप पर फिल्टर और अन्य फीचर सजेस्ट करता है। 

 

 

यहां होती है फेसबुक की नजर

  • आप जिस कम्प्यूटर, मोबाइल या डिवाइस से फेसबुक लॉगइन करते हैं। 
  • आपके डिवाइस में कितना स्टोरेज बचा है।
  • आपके फोन या डिवाइस में कौन-कौन से फोटो हैं, वीडियो औऱ किसके नंबर सेव हैं।
  • आपके मोबाइल फोन में कौन-कौन से डिवाइस मौजूद हैं।
  • यूजर किस एप को कितना समय देता है। इससे मिलने वाली जानकारी को वो डेटाबेस में यूजर प्रोफाइल के साथ सेव कर लेता है।
  • यूजर किस नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहा है या कौन सा वाई-फाई चला रहा है। 
  • फेसबुक डिवाइस जीपीएस पर भी नजर रखता है, जिससे उसे यूजर की लोकेशन मिलती रहे।
  • यूजर की डिवाइस के बैटरी लेवल की भी फेसबुक निगरानी करता है। इससे वो पता लगाता है कि फेसबुक ऐप यूजर के डिवाइस की ज्यादा बैटरी तो नहीं ले रहा है।

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