कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में खत्म होगी 180 साल पुरानी परंपरा, मिलेगी महिलाओं को एंट्री

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में खत्म होगी 180 साल पुरानी परंपरा, मिलेगी महिलाओं को एंट्री

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-12 08:38 GMT
कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में खत्म होगी 180 साल पुरानी परंपरा, मिलेगी महिलाओं को एंट्री

डिजिटल डेस्क, लंदन। दुनिया में महिलाओं को सालों से नजरअंंदाज किया जाता रहा हैं। लंबी लड़ाई के बाद अब कहीं जाकर हालात में सुधार आ रहा हैं, लेकिन अब भी कई देशों में महिलाओं की स्थिति खास नहीं हैं। महिलाओं के साथ भेद भाव किसी गरीब देश में ही नहीं बल्कि विकसित देश में भी यही हाल है। इस बात का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि लंदन की मशहूर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में 180 साल के इतिहास में पहली बार एक प्राइवेट मेंबर क्लब ने महिला सदस्यों को अनुमति देने के लिए वोट किया है। 
बता दें कि इस प्रसिद्ध क्लब में महिलाओं के मेंबर बनाने की परंपरा नहीं है। क्लब काा नाम "पिट" है, जिसकी शुरूआत 1835 में केवल पुरषों के लिए हुई थी। कल्ब में प्रवेश के लिए वोट डाले जाते हैं और ज्यादा वोटो को आधार पर ही क्लब में एंट्री मिलती है। 

                                

यूनिवर्सिटी के न्यूजपेपर में "वर्सिटी" में कल्ब के नियमों में बदलाव की जानकारी दी। पेपर में लिखा गया कि "कल्ब अब महिलाओं के लिए खुला है जिसका मतलब है कि उन्हें सदस्य चुने जाने का बराबर का अधिकार होगा।" क्लब ने एक बयान में कहा, "यूनिवर्सिटी पिट क्लब के अधिकतर रेजिडेंट सदस्यों ने महिला सदस्यों को चुनने के लिए वोट किया। क्लब अपनी पहली महिला सदस्यों का स्वागत करने के लिए तैयार है।"

यूनिवरसिटी के नियमों के मुताबिक अब तक महिलाएं सहयोगी सदस्यों के साथ कैंपस के क्लबहाउस के कार्यक्रम में जा सकती थीं, लेकिन अपनी मर्जी से उसमें शिरकत नहीं कर सकती थीं। कल्ब में बराबरी के लिए महिलाएं कई बार मांग कर चुकी थीं, लेकिन इसका कोई कोई फायदा नहीं हुआ था। पिछले हफ्ते इस संबंध में फैसले के लिए वोटिंग रखी गई, जिसमें पुरुषों के क्लब पर एकाधिकार के खिलाफ वोट ज्यादा दिए गए और महिलाओं के पक्ष में वोट किए गए।

                                 

क्यों खास है ये कल्ब?

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के इस क्लब का नाम 18वीं सदी के युवा प्रधानमंत्री विलियम पिट के नाम पर रखा गया है। वो इस यूनिवर्सिटी के पेम्ब्रोक कॉलेज के छात्र थे। ये क्लब राजनीतिक कल्ब के रूप में पहचाना जाता है। क्लब की गतिविधियां भी ज्यादातर राजनीति से ही जुड़ी होती हैं।  प्राइवेट मेंबर क्लब पार्टियों के लिए भी जाना जाता है। 

 

Similar News