असम राइफल्स ने 6 साथी जवान के बाद खुद पर चलाई गोली, गोली खाने वाले सभी सहयोगी गैर-मणिपुरी

  • असम राइफल्स के एक जवान ने खुद को गोली मारी!
  • जवान ने अपने 6 सहयोगी पर भी गोली दागी
  • 'मणिपुर में चल रहे तनाव से कोई संबंध नहीं'

Ritu Singh
Update: 2024-01-24 09:11 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से एक सनसनी खेज घटना सामने आई है। यहां तैनात असम राइफल्स के एक जवान ने भारत-म्यांमार की सीमा के पास कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। खुद को गोली से उड़ाने से पहले जवान ने अपने 6 सहयोगी पर भी गोली दागी थी। घटना बुधवार सुबह की बताई जा रही है। स्थिति स्पष्ट करते हुए असम राइफल्स की ओर से बताया गया कि इस घटना का मणिपुर में चल रहे तनाव से कोई संबंध नहीं है। फिलहाल, इस घटना के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। 

जानकारी के मुताबिक, घटना को अंजाम देने वाला जवान छुट्टी बिताकर अपने चुराचांदपुर स्थित घर से वापस आया था। घटना स्थल की बात करें तो यह दक्षिण मणिपुर में असम राइफल्स बटालियन के अंदर घटित हुआ है। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। सभी घायल जवानों को मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मणिपुर पुलिस ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से घायलों की स्थिति स्थिर होने की सूचना दी है। 

मामले की जांच शुरू

पुलिस ने घटना स्थल से फायरिंग में इस्तेमाल किए गए राइफल को कब्जे में ले लिया है। जवान ने साथियों के बाद खुद पर गोली क्यों चलाई इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है। घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस संबंध में फायरिंग करने वाले जवान के परिवार से भी बात की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने मृत जवान के फोन को भी कब्जे में ले लिया है। इससे आखिरी फोन कॉल को ट्रैक कर जानकारी जुटाने की कोशिश की जाएगी।

मणिपुर पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी शेयर किया है। मणिपुर पुलिस ने लिखा, "दक्षिण मणिपुर में भारत-म्यांमार सीमा के करीब तैनात असम राइफल्स बटालियन में असम राइफल्स के एक जवान द्वारा गोलीबारी की घटना हुई है। असम राइफल्स के एक जवान ने अपने साथियों पर गोली चला दी, जिससे उनमें से छह घायल हो गए (सभी घायल गैर-मणिपुरी हैं); बाद में व्यक्ति ने खुद को गोली मार ली। सभी घायलों को आगे के इलाज के लिए सैन्य अस्पताल ले जाया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष के मद्देनजर, किसी भी संभावित अफवाहों को दूर करने और किसी भी अटकल से बचने के लिए घटना का विवरण पारदर्शी रूप से साझा करना महत्वपूर्ण है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को चल रहे संघर्ष से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, इस तथ्य को देखते हुए कि घायलों में से कोई भी मणिपुर से नहीं है।" 

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