उत्तराखंड हादसे का 9वां दिन: अब तक 54 शव, 22 मानव अंग बरामद, 56 डीएनए सैंपल लिए गए, तपोवन टनल में रेस्क्यू जारी

उत्तराखंड हादसे का 9वां दिन: अब तक 54 शव, 22 मानव अंग बरामद, 56 डीएनए सैंपल लिए गए, तपोवन टनल में रेस्क्यू जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-15 16:40 GMT
उत्तराखंड हादसे का 9वां दिन: अब तक 54 शव, 22 मानव अंग बरामद, 56 डीएनए सैंपल लिए गए, तपोवन टनल में रेस्क्यू जारी
हाईलाइट
  • अभी 150 लोग लापता
  • सर्च ऑपरेशन तेज
  • अलकनंदा में नहीं बढ़ रहा जलस्तर
  • टनल के भीतरी इलाके में कैमरा ऑपरेट करने की कोशिश

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तराखंड के चमोली में आपदा ग्रस्त क्षेत्र से 54 मानव शव एवं 22 मानव अंग बरामद किए गए हैं। इनमें से 28 शव तथा एक मानव अंग की पहचान हुई है। अभी तक विशेषज्ञ डॉक्टरों व डीएनए एक्सपर्ट्स की मदद से 56 मृतकों के डीएनए सैंपल लिए हैं। वहीं पोस्टमार्टम की 57 कार्रवाई भी की है। गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन के मुताबिक तपोवन क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन की समीक्षा के दौरान SDRF, NDRF, NTPC, आर्मी, पुलिस और जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने तपोवन में बैराज साइट, इंटेक्ट एडिट टनल पर उपकरण के सहयोग से मलवा रिमूवल कार्य व रेस्क्यू ऑपरेशन को युद्ध स्तर पर जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं। NDRF स्निफर डॉग की मदद से चमोली जिले के रैणी गांव में लापता लोगों को ढूंढ रहे हैं।

चमोली में जो 53 शव बरामद किए गए हैं, उनमें ज्यादातर तपोवन इलाके में ही मिले हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा संख्या NTPC की टनल और रैणी गांव से मिलने वाले शवों की है। अभी टनल में 32 वर्कर्स के फंसे होने की आशंका है। NTPC की टनल में फंसे 32 मजदूरों को निकालने के लिए कोशिशें जारी हैं, पर जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, उम्मीदें भी कम होती जा रही है। इस टनल से अब तक 5 शव मिले हैं।

तपोवन टनल में रेस्क्यू जारी 
टनल में 135 मीटर तक मलबा साफ कर दिया गया है। अब टनल से लगी एक सुरंग में किए गए होल का मुहाना चौड़ा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि इसमें वर्कर्स की तलाश में कैमरा ऑपरेट किया जा सके। रेस्क्यू टीम को उम्मीद है कि टनल में अभी भी ऑक्सीजन है और कुछ ऐसी जगहें भी होंगी, जिनमें मजदूर सुरक्षित हो सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि हम जल्द से जल्द मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

SDRF ने रैणी गांव के पास अलार्म सिस्टम लगाया
इस बीच स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (SDRF) ने रैणी गांव के पास अलार्म सिस्टम लगा दिया है। ये ऋषिगंगा और धौलीगंगा नदी का जलस्तर बढ़ते ही गांव वालों को अलर्ट कर देगा, ताकि समय रहते आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।

150 लोग अब भी लापता, सर्च ऑपरेशन तेज
उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, आपदा के बाद कुल 206 लोगों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इनमें अभी 150 लोगों की तलाश जारी है। ऋषिगंगा, धौलीगंगा और आस-पास की नदियों में लोगों को तलाशने का काम तेज कर दिया है।

प्रभावित परिवारों को दी गृह अनुदान सहायता राशि 
राजस्व विभाग समीक्षा के दौरान बताया कि प्रभावित परिवारों को गृह अनुदान सहायता राशि वितरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 7 चिकित्सक दलों के माध्यम से सोमवार तक 1295 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। जबकि प्रभावित क्षेत्र के रिंगी, रेगड़ी, सुराई योथ व रैणी चकलाता में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं।

बीआरओ के समीक्षा के दौरान रैणी में बेलीब्रीज निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने लोनिवि, जलसंस्थन, विद्युत, संचार कार्य प्रगति की जानकारी लेते हुए संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन ने सोमवार को आईआरएस कैंप कार्यालय में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य को लेकर जिला मजिस्ट्रेट स्वाति एस भदौरिया एवं संबंधित अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की। रैणी क्षेत्र में रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी लेते हुए, आईटीबीपी, एनडीआरएफ व जिला प्रशासन के टीम को युद्ध स्तर पर रेस्क्यू कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर मशीनों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है।

 

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