अगस्ता वेस्टलैंडः 5 दिनों के लिए CBI कस्टडी में भेजा गया बिचौलिया मिशेल

अगस्ता वेस्टलैंडः 5 दिनों के लिए CBI कस्टडी में भेजा गया बिचौलिया मिशेल

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-05 13:08 GMT
अगस्ता वेस्टलैंडः 5 दिनों के लिए CBI कस्टडी में भेजा गया बिचौलिया मिशेल
हाईलाइट
  • CBI स्पेशल कोर्ट ने क्रिश्चियन मिशेल को 5 दिन की CBI कस्टडी में भेजा
  • क्रिश्चियन मिशेल पर अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के साथ हेलिकॉप्टर सौदे में बिचौलिये की भूमिका निभाने के आरोप हैं
  • मिशेल को मंगलवार रात दुबई से प्रत्यर्पित कर लाया गया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। CBI स्पेशल कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के साथ हेलिकॉप्टर सौदे में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले क्रिश्चियन मिशेल को 5 दिन की CBI कस्टडी में भेज दिया है। बुधवार दोपहर क्रिश्चियन मिशेल को दिल्ली की CBI कोर्ट में पेश किया गया, जहां लम्बी सुनवाई के बाद कोर्ट ने CBI को मिशेल की कस्टडी सौंप दी।

CBI की ओर से पेश हुए वकील डीपी सिंह ने कोर्ट में दलील दी कि कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों से जुड़े सवालों के जवाब जानने के लिए एजेंसी को क्रिश्चियन मिशेल की कस्टडी चाहिए। डीपी सिंह ने कहा, "मिशेल के दुबई स्थित दो बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए थे। इस मामले की पूछताछ के लिए CBI को मिशेल की कस्टडी की जरुरत होगी।" बता दें कि सुनवाई के दौरान क्रिश्चियन मिशेल की ओर से एल्जो के जोसेफ पेश हुए, जो युवा कांग्रेस के लीगल डिपार्टमेंट के नेशनल इंचार्ज हैं।

बता दें कि बिचौलिये मिशेल को मंगलवार रात दुबई से दिल्ली लाया गया है। मिशेल के प्रत्यर्पण के लिए भारत सरकार लंबे समय से कोशिशें कर रही थी। रातभर सीबीआई हेडक्वार्टर में रखने के बाद उन्हें बुधवार दोपहर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में पेशी से पहले CBI अधिकारियों ने मिशेल से लंबी पूछताछ भी की।

बता दें कि मिशेल को भारत लाने के लिए ऑपरेशन "यूनिकॉर्न"  शुरू किया गया था। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के नेतृत्व में यह ऑपरेशन चला। इसमें इंटरपोल और सीआईडी शामिल थे।

क्या है अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला
साल 2010 में तत्कालीन मनमोहन सरकार ने इंडियन एयरफोर्स के लिए 12 वीवीआईपी हेलि‍कॉप्टर खरीदने के लिए इटैलियन कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड से सौदा किया था। यह सौदा 3600 करोड़ में हुआ था। सौदे में 360 करोड़ के कमीशन के भुगतान के आरोपों के बाद साल 2014 में केन्द्र सरकार ने इस सौदे को रद्द कर दिया था। रक्षा मंत्रालय ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। इस मामले में पूर्व वायुसेना प्रमुख समेत कई अधिकारियों का नाम सामने आया था।

मामला सामने आने के बाद से ही इस सौदे में बिचौलियों की भूमिका में रहने वाले लोगों की CBI को तलाश थी। क्रिश्चियन मिशेल, गुइदो हाश्के और कार्लो गेरेसा पर इस सौदे में बिचौलिया होने के आरोप लगे थे। भारत सरकार तभी से इन तीनों को प्रत्यर्पित करने का प्रयास कर रही थी। लंबी कोशिशों के बाद अब जाकर तीन में से एक बिचौलिया भारत सरकार, यूएई से प्रत्यर्पित करने में कामयाब हुई है।
 

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