2022 तक पटरी पर दौड़ने लगेगी अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन
2022 तक पटरी पर दौड़ने लगेगी अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन
- अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली हाई स्पीड बुलेट ट्रेन 2022 तक पटरी पर दौड़ने लगेगी।
- ट्रेन 320 सेकेंड में 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी।
- यह ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच 500 किलोमीटर की दूरी महज 3 घंटे में तय करेगी।
डिजिटल डेस्क, मुंबई। अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलने वाली देश की पहली हाई स्पीड बुलेट ट्रेन 2022 तक पटरी पर दौड़ने लगेगी। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन (एनएचएसआरसी) के एमडी अचल खरे ने यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए पुलों, सेतुओं और सुरंगों की करीब-करीब 80 प्रतिशत डिजाइनिंग पूरी हो गई है, जल्द ही बाकी डिजाइन भी पूरी कर काम शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ इस महत्वाकांक्षी परियोजना का शिलान्यास किया था। यह ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच 500 किलोमीटर की दूरी महज 3 घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन 12 स्टेशनों पर रुकेगी, जिसमें से 4 महाराष्ट्र में है। फिलहाल यह दूरी तय करने में ट्रेनों को 7 घंटे का समय लगता है।
एमडी अचल खरे ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, "दोनों राज्यों में भूमि अधिग्रहण का प्राथमिक कार्य शुरू हो चुका है। फिलहाल रूट का सर्वे और मिट्टी की जांच का काम चल रहा है। भूमि अधिग्रहण के लिए पालघर जिले के 17 गांव के किसानों को नोटिस दे दिया गया है।"
ऐसी होगी बुलेट ट्रेन
अचल खरे ने प्रोजेक्टर प्रोग्रेस की जानकारी देते हुए मुंबई में बांद्रा-कुर्ला (बीकेसी) से अहमदाबाद के साबरमति रेलवे स्टेशन के बीच दौड़ने वाली इस बुलेट ट्रेन के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां भी दीं। उन्होंने कहा,
- ट्रेन 320 सेकेंड में 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ लेगी।
- व्यस्त घंटों में तीन ट्रेन और कम व्यस्त घंटों में दो ट्रेन चलाने की योजना है।
- दो तरह की ट्रेनें चलेंगी। कुछ ट्रेनें सीमित स्टेशनों पर रुकेंगी जबकि कुछ ट्रेनें सभी स्टेशनों पर रुकेंगी।
- एक दिन में कुल 70 फेरे और प्रति दिन 40,000 यात्रियों के इसमें यात्रा करने का अनुमान है।
- बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पूरी तरह आग और भूकंपरोधी होगा।
- भूकंप संभावित क्षेत्रों में सिस्मोमीटर्स लगाए जाएंगे।
- विंड मॉनिटर सिस्टम्स भी लगाए जाएंगे।
- हवा की गति प्रति सेकंड 30 मीटर रहने पर ट्रेन का संचालन बंद कर दिया जाएगा।