AMU : पहले चिकन तला, फिर उसी तेल में पूड़ियां तलकर शाकाहारी छात्रों को खिलाईं

AMU : पहले चिकन तला, फिर उसी तेल में पूड़ियां तलकर शाकाहारी छात्रों को खिलाईं

Bhaskar Hindi
Update: 2018-12-02 16:23 GMT
AMU : पहले चिकन तला, फिर उसी तेल में पूड़ियां तलकर शाकाहारी छात्रों को खिलाईं
हाईलाइट
  • AMU में विवाद खाने को लेकर हुआ है।
  • छात्रों का कहना है कि उनके धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया गया है।
  • यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

डिजिटल डेस्क, अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहले जिन्ना के पोस्टर और फिर छात्रों का पाकिस्तानी झंडा लहराने को लेकर काफी विवाद हो चुका है। हालांकि इस बार AMU में जो विवाद उपजा है, वह खाने को लेकर हुआ है। यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का कहना है कि मेस में जिस तेल में चिकन तला गया, उसी में पूड़ियां निकालकर शाकाहारी छात्रों को खिलाया गया। छात्रों का कहना है कि उनके धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एसएस नॉर्थ हॉस्टल में 26 नवंबर की है। इस हॉस्टल के छात्रों का कहना है कि मेस संचालक ने उनके साथ धोखा किया है। छात्रों ने मेस संचालक पर आरोप लगाते हुए कहा, जब हम खाने पहुंचे तो मेस वाले ने पहले तेल में मीट को तला। इसके बाद उसी तेल में पूड़ियां तलना शुरू कर दिया। यह देखकर सभी शाकाहारी छात्र भड़क उठे। उन्होंने खाना खाने से इनकार कर दिया। यह खबर पूरे हॉस्टल में आग की तरह फैल गई। जैसे ही बाकीं छात्रों को इसकी भनक लगी वह आगबबुला हो गए। 

इसके बाद सभी छात्र यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से मुलाकात की और घटना की जानकारी दी। इसके बाद आक्रोशित छात्रों ने वाइस चांसलर को लिखित शिकायत दी। हालांकि इस बारे में तुरंत कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद छात्रों ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी। छात्रों ने मीडिया को बताया कि इस घटना से उनके धार्मिक भावना को ठेस पहुंची है। छात्रों ने कहा कि इस घटना के बाद वह खुद को अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है उन्हें प्रताड़ित किया गया है। छात्रों की मांग है कि शाकाहारी छात्रों के लिए भोजन की अलग व्यवस्था की जानी चाहिए।

बता दें कि AMU में पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगे होने पर काफी बवाल हुआ था। वहीं अक्टूबर में कश्मीर के आतंकी मन्नान वानी के एनकाउंटर के बाद कथित तौर पर कुछ कश्मीरी छात्रों ने उसके जनाजे की नमाज पढ़ने की कोशिश की थी। इसके बाद इन छात्रों पर देशद्रोह का आरोप लगा दिया गया था। इसके बाद AMU के 1200 छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को धमकी दी थी कि यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ हो रहे गलत व्यवहार और कार्रवाई को रोका नहीं गया तो सभी 1200 छात्र अपनी डिग्रियां सरेंडर कर देंगे। इसपर एक्शन लेते हुए छात्रों पर से देशद्रोह का आरोप वापस ले लिया गया था।

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