राष्ट्रपति चुनाव : विपक्षियों को साधने की जुगत में शाह
राष्ट्रपति चुनाव : विपक्षियों को साधने की जुगत में शाह
टीम डिजिटल, मुंबई/ नई दिल्ली. भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज रविवार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से उनके आवास पर मुलाकात की. राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए में आम सहमति बनाने के उद्देश्य से यह मुलाकात हुई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस भी इस दौरान अमित शाह के साथ थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह बैठक विफल रही है. शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने की बात को नकार दिया है. बैठक मातोश्री में बंद कमरे में हुई. बैठक करीब 10 बजे शुरू हुई और यह 75 मिनट तक चली.
गौरतलब है कि बीजेपी पिछले कई दिनों से अपने सहयोगियों और विपक्षी पार्टियों से मिलकर राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति जुटाने की कोशिश कर रही है. लेकिन राष्ट्रपति उम्मीदवार का नाम सामने न रखने की वजह से बीजेपी को अब तक कहीं से भी अच्छी खबर नहीं मिली है. शुक्रवार को बीजेपी की तीन सदस्यीय समिति ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुनने के लिए सोनिया गांधी और सीताराम येचुरी से मुलाकात की थी, जो असफल रही. मीटिंग के बाद गुलाब नबी आजाद और सीताराम येचूरी ने कहा कि बीजेपी ने कोई नाम सामने ही नहीं रखा तो किस पर समर्थन देते.
उधर शिवसेना ने राष्ट्रपति पद के लिए हरित क्रांति के जनक एम एस स्वामीनाथन का नाम सुझाया है. इससे पहले शिवसेना ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के नाम को भी आगे रखा था. बीजेपी से मनमुटाव के चलते हाल ही में शिवसेना ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में वह ‘स्वतंत्र’ रास्ता चुन सकती है. वहीं मुलायम सिंह ने राष्ट्रपति चुनाव में NDA को समर्थन देने का सशर्त एलान किया है. उन्होंने कहा है कि कैंडिडेट कट्टर भगवा चेहरा न हो और सभी द्वारा स्वीकार्य होना चाहिए.
ज्ञात हो कि शुक्रवार से बीजेपी अध्यक्ष सहमति बनाने को लेकर विभिन्न पार्टियों के प्रमुखों से मुलाक़ात कर रहे हैं. बीजेपी की तीन सदस्यीय समिति ने सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुनने के लिए सोनिया गांधी, सीताराम येचुरी और गुलाब नबी आजाद से भी मिल चुके हैं. सीताराम येचूरी ने तो ए भी कहा था कि बीजेपी ने कोई नाम सामने ही नहीं रखा तो किस पर समर्थन देते. इस पर अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर पलटवार भी किया कि "हम नाम लेकर जाते तो क्या वे उसे स्वीकार करते? गौरतलब है कि राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए आम सहमति तैयार करने के मकसद से बीजेपी ने विपक्षी दलों के साथ चर्चा करने की पहल की थी.
NDA-
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री थावरचंद गहलोत
झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू
बीजेपी सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकुमदेव नारायण यादव
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन
UPA-
एनीसीपी अध्यक्ष शरद पवार
पूर्व स्पीकर मीरा कुमार
पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी
जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव