न ही भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है और न ही लोग गरीब हुए हैं : अरुण जेटली

न ही भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है और न ही लोग गरीब हुए हैं : अरुण जेटली

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-18 13:09 GMT
न ही भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आई है और न ही लोग गरीब हुए हैं : अरुण जेटली
हाईलाइट
  • अरुण जेटली ने कहा बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में हासिल हुई 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर से भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।
  • जेटली ने कहा कि अभी यह रुख कई और साल तक बना रहेगा।
  • डेटा विश्लेषण साफ दिखाता है कि कंस्ट्रक्शन सेक्टर दोहरे अंकों के साथ बढ़ रहा है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय अर्थव्यवस्था और मोदी सरकार पर लगातार हो रहे चौतरफा हमले का केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में हासिल हुई 7.7 प्रतिशत की वृद्धि दर से एक बार फिर से यह साबित हो गया है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है।

हाल ही में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने नोटबंदी, जीएसटी और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर मोदी सरकार को जमकर घेरा था। इसी पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जेटली ने बगैर इन तीनों का नाम लिए इन्हें करारा जवाब दिया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए जेटली ने कहा कि अभी यह रुख कई और साल तक बना रहेगा।

फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जेटली ने आलोचकों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी के क्रियान्वयन, नोटबंदी जैसे संरचनात्मक सुधारों और इनसॉल्वेंसी ऐंड बैंकरप्सी कोड को लागू करने की वजह से हमें दो तिमाही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।

जेटली ने लिखा, "जिन लोगों ने यह अनुमान लगाया था कि जीडीपी में 2 प्रतिशत की गिरावट आएगी वे गलत साबित हुए। उन्होंने कहा कि मेरे एक सम्मानित पूर्ववर्ती को भय था कि इससे उन्हें भविष्य में गरीबी का जीवन जीना पड़ेगा।" गौरतलब है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था कि नोटबंदी से जीडीपी में 2 फीसदी की गिरावट आएगी। वहीं पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा था कि मोदी सरकार की नीतियों से देश के लोग गरीब हो जाएंगे। इन्हीं दोनों को जवाब देते हुए जेटली ने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के बाद न तो भारतीय अर्थव्यवस्था में 2 प्रतिशत गिरावट आई है और न ही इससे भारत गरीब होगा।

रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं
बता दें कि अरुण जेटली किडनी ट्रांसप्लांट के बाद से छुट्टी पर चल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने पोस्ट शेयर करते हुए रोजगार के मुद्दे पर भी सरकार के आलोचकों को जवाब दिया है। जेटली ने कहा, "डेटा विश्लेषण साफ दिखाता है कि कंस्ट्रक्शन सेक्टर दोहरे अंकों के साथ बढ़ रहा है। यह रोजगार देने वाला सेक्टर है। निवेश बढ़ रहा है। घरेलू निवेश में भी तेजी आई है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) अप्रत्याशित स्तर पर है।"

जेटली ने लिखा, "मैन्युफैक्चरिंग में वृद्धि हो रही है। हम इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर बहुत पैसा खर्च कर रहे हैं। रूरल प्रॉजेक्ट्स पर काफी खर्च बढ़ा है। सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं, खासकर वित्तीय समावेशन से स्वरोजगार का माहौल बना है। ये सभी रोजगार उत्पन्न करने वाले सेक्टर हैं।"

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