बीजेपी नेता का इस्तीफा, 'अब लाल चौक पर फारूक को थप्पड़ मारना है'

बीजेपी नेता का इस्तीफा, 'अब लाल चौक पर फारूक को थप्पड़ मारना है'

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-29 06:24 GMT
बीजेपी नेता का इस्तीफा, 'अब लाल चौक पर फारूक को थप्पड़ मारना है'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियणा में बीजेपी के विवादित नेता सूरज पाल अम्मू ने आज अपने पद से इस्ताफा दे दिया है। इस्तीफे के कुछ देर बाद ही सूरज पाल ने कहा कि "उनकी इच्छा है कि वे नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला को लालचौक पर थप्पड़ मारे।" वहीं,सुभाष बराला का कहना है कि सूरज पाल का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है।  बता दें कि नेता सूरज पाल अम्मू ने व्हाट्सअप के जरिए अपना इस्तीफा दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि सीएम मनोहर लाल जी के जरिए किए गए व्यवहार से उनका मन खिन्न है, इसलिए उन्होंने अचानक अपना इस्तीफा दिया है। 

 

ममता बनर्जी के बारे में भी की थी टिप्पणी

कहा यह भी जा रहा है कि संजय लीला भंसाली की फिल्म "पद्मावती" को लेकर विवादित बयान देने के कारण उन्हें पार्टी में दूसरी तरह से देखा जाने लगा था। इस कारण उन्होंने अपना इस्तीफा दिया है। बता दें कि हाल ही में सूरज पाल ने घोषणा की थी कि दीपिका पादुकोण का सिर काटकर लाने वाले को वो 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। नेता सूरत पाल ने ममता बनर्जी को लेकर भी विवादास्पद टिप्पणी की थी, क्योंकि ममता बनर्जी ने फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर समर्थन किया और फिल्म को पश्चिम बंगाल मे रिलीज करवाने की बात कही थी।

 

इसी बयान पर सूरज पाल ने कहा कि ममता बनर्जी का हाल रामायण में शूर्पणखा की तरह होगा। इस तरह के बयानों के बाद उन्हें नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद उन्होंने हरियाणा के सीएम खट्टर से ये भी कहा, “मुख्यमंत्री ने राजपूत करणी सेना को मिलने के लिए समय दिया था, लेकिन मीटिंग से पहले ही वो निकल गए। सूरज पाल ने कहा कि "आप हमें पार्टी से निकालना चाहते हैं तो निकाल सकते है लेकिन इस तरह हमारी बेइज्जती मत करो।”

 

सीएम को निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरूरत नहीं रही

जानकारी के अनुसार, उन्होंने इस चिट्ठी में लिखा है कि सीएम मनोहर लाल जी द्वारा किए गए व्यवहार से उनका मन व्यथित है, सगंठन ने जो सम्मान व पद आपने मुझे दिया ओर सगंठन ने जो भी कार्य मुझे दिया वो मैंने दिल से किया। सूरज पाल ने कहा "28 वर्षों से सगंठन के अनेको अनेक पदों पर रह कर कार्य करने का अवसर भाजपा ने मुझे दिया। अब मुझे यह महसूस हो रहा है कि सीएम मनोहर लाल जी को निष्ठावान कार्यकर्ताओं की व पदाधिकारियों की जरूरत नहीं रही है। उन्होंने कहा कि "सीएम मनोहर लाल के इर्द-गिर्द कुछ अवांछित लोगों का एक समूह है जो उन्हें भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ताओं से पिछले तीन सालों से दूर कर रहा है। भगवान उन्हें सदबुद्दी प्रदान करें। मुझे उम्मीद है आप मेरे इस मैसेज को ही मेरे द्वारा दिए जा रहे, अपने पद से इस्तीफ़ा को ही मेरा पत्र समझेंगे ओर मंजूर करेंगे।"सूरज पाल अम्मू ने दिल्ली में राजपूत करणी सेना और सीएम मनोहर लाल के बीच तय मुलाकात नहीं होने को राजपूत बिरादरी का अपमान करार दिया। इसके साथ ही चेतावनी भी दी कि राजपूत बिरादरी इस अपमान को सहन नहीं करेगी। हरियाणा प्रदेश सरकार को इसका खामियाजा आने वाले दिनों में भुगतना पड़ेगा। 
 

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