चीन ने रोका ब्रह्मपुत्र का पानी, अरुणाचल - असम में बढ़ा बाढ़ का खतरा
चीन ने रोका ब्रह्मपुत्र का पानी, अरुणाचल - असम में बढ़ा बाढ़ का खतरा
- अरुणाचल प्रदेश और असम में बढ़ा बाढ़ का खतरा
- चीन ने भूस्खलन की वजह से यारलुंग सांगपो (ब्रह्मपुत्र) नदी का पानी रोक दिया है।
- पहाड़ से गिरी चट्टानों के कारण कृत्रिम झील में अस्थाई बांध बन गया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन ने भूस्खलन की वजह से यारलुंग सांगपो (ब्रह्मपुत्र) नदी का पानी रोक दिया है। चीन का ये कदम अरुणाचल प्रदेश और असम के लिए खतरा बन गया है। दरअसल तिब्बत के एक गांव में भूस्खलन के बाद पहाड़ी का एक हिस्सा ब्रह्मपुत्र नदी में गिर गया। पहाड़ से गिरी चट्टानों के कारण कृत्रिम झील में अस्थाई बांध बन गया है, जिसके टूटने पर तिब्बत से सटे अरुणाचल प्रदेश में भारी बाढ़ आने की आशंका है।
असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। तमाम आपातकालीन सेवाएं किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए तैयार हैं। हालात की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल से बात कर उन्हें सभी संभावित उपाय करने को कहा है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार रात असम के सीएम सोनवाल से बात की है। सुषमा ने सीएम से हालात के मुताबिक सभी संभावित कदम उठाने की अपील की है। चीनी दूतावास के प्रवक्ता ने बताया है कि उनके देश ने भारत के साथ 'इमर्जेंसी इन्फर्मेशन शेयरिंग मैकनिज्म' ऐक्टिवेट कर दिया है। गौरतलब है कि, हाल ही में भारत और चीन के बीच यारलुंग सांगपो नदी के पानी का डेटा साझा करने का करार हुआ था।अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिला प्रशासन ने जनता ने एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों को नदी के क्षेत्र से दूर रहने, खासकर मछली पकड़ते समय बहुत एहतियात बरतने की सलाह दी है, क्योंकि अगर चीन ने पानी छोड़ा तो बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
बता दें कि अरुणाचल के कांग्रेस सांसद निनोंग एरिंग ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से इस मामले में दखल देने की अपील की है। सीएम ऑफिस के प्रवक्ता ने बताया कि सीएम सोनवाल ने धीमजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर और तिनसुकिया जिले को किसी भी आपदा को रोकने के लिए अलर्ट रहने को कहा है। यारलुंग सांगपो नदी भारत के अरुणाचल प्रदेश में घुसने के बाद सियांग और असम में प्रवेश करने के बाद ब्रह्मपुत्र के नाम से जानी जाती है। इसमें बाढ़ की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन, डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) और सभी दूसरे संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है। कोलकाता से नृेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की 6 टीमों के भी पहुंचने की तैयारी है।