बुलेट ट्रेन: जापान ने कहा- 2022 की डेडलाइन मिस हुई तो हम कुछ नहीं कर पाएंगे
बुलेट ट्रेन: जापान ने कहा- 2022 की डेडलाइन मिस हुई तो हम कुछ नहीं कर पाएंगे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर जापान ने बड़ी चिंता व्यक्त की है। जापान की ओर से कहा गया है कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की साल 2018 की डेडलाइन मिस हो चुकी है, अगर 2022 की डेडलाइन भी मिस हो गई तो हम कुछ नहीं कर पाएंगे। जापान ने कहा है कि परियोजना के पूरा होने में देरी हुई तो हमारे लिए कुछ भी कर पाना मुश्किल होगा।
मुंबई में जापान के कॉन्सुल जनरल रयोजी नोडा ने मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में देरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा हम गुजरात और महाराष्ट्र सरकार की तरफ से जमीन खरीदे जाने का इंतजार कर रहे हैं। प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा या नहीं इस पर नोडा का कहना था कि इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता है। हमें इंतजार है कि दोनों राज्य सरकारें समय पर भूमिअधिग्रहण कर लें।
गुजरात में भूमि अधिग्रहण में सात से आठ महीने का और समय लग सकता है। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह जून 2019 तक भी खिंच सकता है। महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव को देखते हुए भूमिअधिग्रहण समय पर होना मुश्किल नजर आ रहा है। ऐसे में ये कह पाना मुश्किल है कि बुलेट प्रोजेक्ट समय पर पूरा होगा या नहीं।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) को राज्य सरकारों के साथ मिलकर गुजरात में 612 हेक्टेयर, दादरा और नागर हवेली में 7.5 हेक्टेयर और महाराष्ट्र में 246 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित करनी है। इस परियोजना के लिए गुजरात में 5404 लोगों को अपनी जमीन देनी होगी। इसमें सबसे अधिक 1196 लोग अहमदाबाद में हैं।