देश की पहली महिला कॉम्बैट एविएटर बनीं कैप्टन अभिलाषा बराक, जानिए एयरफोर्स से कितना अलग है कॉम्बैट एविएटर होना, आकाश में किन चुनौतियों का सामना करेंगी अभिलाषा 

एविएटर बनने की 'अभिलाषा' पूरी देश की पहली महिला कॉम्बैट एविएटर बनीं कैप्टन अभिलाषा बराक, जानिए एयरफोर्स से कितना अलग है कॉम्बैट एविएटर होना, आकाश में किन चुनौतियों का सामना करेंगी अभिलाषा 

Raja Verma
Update: 2022-05-25 13:56 GMT
देश की पहली महिला कॉम्बैट एविएटर बनीं कैप्टन अभिलाषा बराक, जानिए एयरफोर्स से कितना अलग है कॉम्बैट एविएटर होना, आकाश में किन चुनौतियों का सामना करेंगी अभिलाषा 
हाईलाइट
  • अवनि चतुर्वेदी साल 2018 में लडाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं थी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  देश में महिलाएं अब केवल पढ़ाई लिखाई ही नहीं बल्कि सेना के क्षेत्र में भी पुरूषों से पीछे नहीं है। महिलाएं भारतीय सेना में  नई कीर्तिमान स्थापित कर रही है। बुधवार को भारतीय सेना में आर्मी कॉर्प्स के रूप में पहली महिला अधिकारी मिली है। इस अधिकारी का नाम है कैप्टन अभिलाषा बराक।  कैप्टन बराक यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली महिला बनी है। भारतीय सेना के अनुसार कैप्टन अभिलाषा ने अपनी ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी की है,जिसके बाद उनको कॉम्बैट एविएटर के रूप में आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल किया गया है। 

 

सेना से मिली जानकारी के अनुसार 36 सेना पायलट के साथ ही कैप्टन अभिलाषा को इस प्रतिष्ठित विंग से सम्मानित किया गया है। सेना की मानें तो  15 महिला अधिकारियों ने आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल होने की  इच्छा जाहिर की थी। 


 आर्मी एविएशन कॉर्प्स  

आर्मी एविएशन डिपार्टमेंट में महिलाओं को एयर ट्रैफिक कंट्रोल और ग्राउंड ड्यूटी की जिम्मेदारी दी जाती है। लेकिन बता दें अब ये महिला अधिकारी बतौर पायलट अपनी जिम्मेदारी संभालेंगी। भारतीय सेना में आर्मी एविएशन कॉर्प्स का काम मुख्य रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑपरेशन या स्वास्थ्य आपात स्थिति के दौरान घायल सैनिकों को निकालने का काम करते हैं। उनके हेलिकॉप्टरों का उपयोग स्थिति का अवलोकन करने, हताहतों की निकासी, आवश्यक लोड ड्रॉप, खोज और बचाव के लिए भी किया जाता है। बता दें वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी साल 2018 में लडाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं थी। 
 

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