CBSE Paper Leak : पुलिस ने गूगल से मांगी जानकारी, 10 वॉट्सएप ग्रुप की पहचान

CBSE Paper Leak : पुलिस ने गूगल से मांगी जानकारी, 10 वॉट्सएप ग्रुप की पहचान

Bhaskar Hindi
Update: 2018-03-30 10:00 GMT
CBSE Paper Leak : पुलिस ने गूगल से मांगी जानकारी, 10 वॉट्सएप ग्रुप की पहचान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) के 10वीं मैथ्स और 12वीं इकोनॉमिक्स का पेपर लीक करने के आरोपियों की तलाश में पुलिस तेजी से कार्रवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने 10 वॉट्सएप ग्रुप की पहचान की है, जिनके जरिए पेपर लीक होने का अंदेशा है। इसके साथ ही CBSE के चेयरपर्सन अनीता कारवाल को एग्जाम से पहले एक मिले एक ई-मेल की जांच के लिए क्राइम ब्रांच ने गूगल से भी मदद मांगी है। वहीं पेपर लीक के मामले में स्टूडेंट्स का विरोध प्रदर्शन अब भी जारी है। बता दें कि पेपर लीक होने के बाद CBSE ने 10वीं मैथ्स और 12वीं इकोनॉमिक्स का एग्जाम दोबारा कराने का फैसला लिया है।

गूगल की क्यों मदद ले रही है क्राइम ब्रांच? 

दरअसल, इसी महीने किसी शख्स की तरफ से CBSE की चेयरपर्सन अनीता कारवाल को एक मेल आया था। बताया जा रहा है कि उन्हें ये मेल एग्जाम से कुछ घंटे पहले ही आया था, जिसमें हाथ से लिखे लीक पेपर्स की फोटो अटैच थी। ये मेल Gmail ID से आया था, लिहाजा अब पुलिस यने ये जानने के लिए गूगल से मदद मांगी है कि ये मेल किस शख्स की तरफ से आया है।

10 वॉट्सएप ग्रुप की हुई पहचान

इसके साथ ही क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को 10 से ज्यादा वॉट्सएप ग्रुप की पहचान की है। हर एक ग्रुप में कम से कम 50-60 मेंबर्स के होने की बात कही जा रही है। पुलिस को शक है कि पेपर लीक करने के पीछे इन्हीं वॉट्सएप ग्रुप्स का इस्तेमाल किया गया होगा। 

एग्जाम से पहले मिली थी आंसर शीट

 

इससे पहले CBSE ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। CBSE ने अपनी शिकायत में बताया है कि 12वीं इकोनॉमिक्स के एग्जाम से एक दिन पहले ही बोर्ड को हाथ से लिखी हुई आंसर शीट मिल गई थी। ये आंसर शीट बोर्ड को पेपर लीक करने वालों ने भिजवाई थी।

पेपर लीक के मामले में 2 केस दर्ज

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी कर बताया है कि पेपर लीक के मामले में 2 केस दर्ज किए गए हैं। CBSE की शिकायत पर पहला केस 12वीं इकोनॉमिक्स का पेपर लीक होने के मामले में 27 मार्च को दर्ज किया गया था, जबकि 10वीं पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया है। दोनों मामले इंडियन पेनल कोड के सेक्शन-420, 120B और 406 के तहत दर्ज किए गए हैं।

जांच के लिए SIT का गठन

इस पूरे मामले के लिए दिल्ली पुलिस ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन किया है। SIT का नेतृत्व ज्वॉइंट कमिश्नर आलोक कुमार करेंगे। जबकि इस टीम में डीसीपी और एसीपी रैंक के पुलिसकर्मी शामिल है।

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