राफेल : राहुल बोले- पीएम मोदी की खामोशी बताती है कि वे घोटाले में शामिल हैं

राफेल : राहुल बोले- पीएम मोदी की खामोशी बताती है कि वे घोटाले में शामिल हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-02 12:51 GMT
राफेल : राहुल बोले- पीएम मोदी की खामोशी बताती है कि वे घोटाले में शामिल हैं
हाईलाइट
  • राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर हमला बोला है।
  • राहुल ने कहा कि अगर इस डील की जांच करवाई जाए
  • तो पीएम मोदी इससे बच नहीं सकेंगे
  • राहुल ने कहा कि यह एक ओपन एंड शट केस है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। राहुल ने कहा कि यह एक ओपन एंड शट केस है। उन्होंने कहा, अगर इस डील की जांच करवाई जाए, तो पीएम मोदी इससे बच नहीं सकेंगे और यह बात उन्हें भी पता है। राहुल ने कहा कि यह साफ है कि राफेल पर निर्णय पीएम मोदी ने अकेले ही लिया था। उन्होंने यह घोटाला रिलायंस डिफेंस के मालिक अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए किया है। राहुल ने कहा कि पीएम मोदी ने यह डील अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाने के लिए किया है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अगर इसमें पीएम मोदी शामिल नहीं हैं तो वह इतने खामोश क्यों हैं?"

राहुल ने कहा, "डसॉल्ट एविएशन ने सिर्फ और सिर्फ अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाया है। डसॉल्ट एविएशन के CEO ने कहा था कि उन्होंने अनिल अंबानी और रिलायंस डिफेंस को इसका पार्टनर इसलिए बनाया क्योंकि उनके पास जमीन थी, जबकि डसॉल्ट ने ही अनिल को 284 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की थी। इसकी ही मदद से अनिल ने वह जमीन खरीदी थी। यह बात पीएम मोदी जानते हैं, तभी उनकी रातों की नींद गायब है और वह टेंशन में हैं कि पकड़े जाएंगे।"

 

 

राहुल ने इस दौरान कुछ दस्तावेज भी पेश किए। उन्होंने कहा, "डसॉल्ट ने उस कंपनी को 284 करोड़ रुपए दिए, जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन केवल आठ लाख रुपए था और वह लॉस मेकिंग कंपनी थी। यह घोटाले की पहली किस्त थी। इसी वजह से यह डील हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमीटेड को न मिलते  हुए अनिल अंबानी को मिली। इस घोटाले में अनिल अंबानी और पीएम मोदी की मिलीभगत है। अगर इसमें पीएम मोदी शामिल नहीं हैं तो वह इतने खामोश क्यों हैं?"

बता दें कि इससे पहले विपक्ष ने राफेल डील में कथित घोटाले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर एक्शन लेते हुए SC ने केंद्र सरकार से कीमत से संबंधित जानकारी मांगी थी। जिसके जवाब में सरकार ने इसे कोर्ट से शेयर करने से इनकार कर दिया था। केंद्र सरकार ने इसके लिए दोनों देशों के बीच हुए सीक्रेसी पैक्ट का हवाला दिया था। वहीं राहुल गांधी ने इसे झूठ कहा था। राहुल ने कहा कि उनकी बातचीत फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन से हुई थी और मैक्रॉन ने बताया था कि प्राइसिंग सीक्रेसी पैक्ट का हिस्सा नहीं है। इसी को लेकर विवाद अभी तक जारी है।

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