दार्जिलिंग में हालात बेकाबू, केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग

दार्जिलिंग में हालात बेकाबू, केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-15 06:21 GMT
दार्जिलिंग में हालात बेकाबू, केन्द्र से हस्तक्षेप की मांग

टीम डिजिटल,दार्जिलिंग. दार्जिलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) चीफ बिमल गुरुंग के दफ्तर पर छापे के बाद आंदोलन और हिंसक हो गया है. यहां अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन आज गुरुवार जीजेएम द्वारा निकाली जा रही रैली हिंसा में बदल गई. यहां कई पुलिस स्टेशनों में आग लगाने की खबर है. कई जगहों पर पत्थरबाजी भी हुई है. आंदोलन को उग्र होते देख पश्चिम बंगाल सरकार ने पूरे दार्जिलिंग में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया है. उधर जीजेएम नेताओं ने आज दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से दार्जिलिंग में केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है.

इससे पहले पुलिस ने आज गुरुवार जीजेएम चीफ बिमल गुरुंग के दफ्तर पर रेड डाली थी. इस रेड में जीजेएम दफ्तर से हथियार, तीर और कैश बरामद किए गए थे. इसमें नाइट विजन दूरबीन और एक रेडियो सेट भी पाए गए थे. जीजेएम नेता बिनय तमांग ने इस छापे का विरोध करते हुए कहा कि हम आदिवासी हैं और अपनी परंपरागत तीरंदाजी प्रतियोगिता को आयोजित करते हैं. वह हमारे परंपरागत सामानों को हथियारों के रूप में दिखा रहे हैं. इस रेड के बाद आंदोलन और हिंसक हो गया.

दार्जीलिंग में जीजेएम का बंद चौथे दिन भी जारी रहा. इस दौरान सैलानियों की कारों को निशाना बनाने और उनसे बदसलूकी की खबरें हैं. स्कूल भी बंद रहे. इस बीच ममता बनर्जी ने राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के साथ एक आपात बैठक कर उन्हें मौजूदा स्थितियों से अवगत कराया. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी दार्जिलिंग के हालात पर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है.

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