पॉल्यूशन से निपटने दिल्ली में चली 'एंटी-स्मॉग गन', देखें वीडियो

पॉल्यूशन से निपटने दिल्ली में चली 'एंटी-स्मॉग गन', देखें वीडियो

Bhaskar Hindi
Update: 2017-12-20 07:51 GMT
पॉल्यूशन से निपटने दिल्ली में चली 'एंटी-स्मॉग गन', देखें वीडियो

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक नया तरीका खोज निकाला है। सरकार ने स्मॉग से निपटने के लिए बुधवार को "एंटी स्मॉग गन" का ट्रायल किया। मंगलवार को एंटी स्मॉग गन का ट्रायल दिल्ली सेक्रेटरिएट में किया गया था और बुधवार को आनंद विहार में इसकी टेस्टिंग की गई। आनंद विहार दिल्ली के सबसे पॉल्यूटेड एरिया में से एक है और अगर यहां इस गन का ट्रायल सफल हो जाता है, तो दिल्ली वालों के लिए ये राहत भरी खबर रहेगी।

 

 


कैसे करती है काम? 

दरअसल, एंटी स्मॉग गन एक तरह से किसी "पिचकारी" की तरह ही काम करती है। इस गन को पानी की टंकी से जोड़ा गया है। जिससे ये गन हवा में पानी की बौछार करता है। इससे हवा में मौजूद जहरीली कण, जो पॉल्यूशन को बढ़ाते हैं, वो नमी के साथ नीचे आ जाते हैं और पॉल्यूशन में कमी आती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एंटी-स्मॉग गन की कीमत 20 लाख रुपए है और इसे क्लाउड टेक कंपनी ने बनाया है। इसको लेकर कहा जा रहा है कि ये गन 50 मीटर की ऊंचाई तक पानी की बौछार कर सकती है।

दिल्ली सेक्रेटरिएट में किया था ट्रायल

सबसे पहले एंटी स्मॉग गन का ट्रायल मंगलवार को दिल्ली सेक्रेटरिएट में किया गया था। इस दौरान दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन मौजूद थे। हालांकि कहा जा रहा है कि इस मशीन को यूज करने के लिए अभी और टेस्टिंग की जरूरत है। इसके बाद बुधवार को एंटी स्मॉग गन की टेस्टिंग आनंद विहार इलाके में की गई। अगर इसका ट्रायल आनंद विहार में सफल हो जाता है, तो दिल्ली सरकार और दिल्ली की जनता के लिए ये राहत भरी खबर रहेगी।

 



चीन में भी हो चुका है इस्तेमाल

बताया जाता है कि स्मॉग से निपटने के लिए चीन भी इस मशीन का इस्तेमाल कर चुका है। चीन ने इस मशीन का इस्तेमाल तब किया था, जब अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप यहां पर आए थे। बताया जा रहा है कि एंटी स्मॉग गन की वजह से चीन में 20% तक पॉल्यूशन की कमी दर्ज की गई थी। कहा जाता है कि चीन के सबसे बड़े शहर बीजिंग में पॉल्यूशन का लेवल बढ़ा तो उसने जगह-जगह जाकर इस मशीन से पानी का छिड़काव किया, ताकि पॉल्यूशन को कंट्रोल किया जा सके। 

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